मेहंदीपुर बालाजी महाराज को प्रसाद में लड्डू चूरमा का ही चढ़ाया जाता है.



मंदिर में फूल, नारियल, माला, कपड़े, मिठाई आदि नहीं चढ़ाया जाता.



मंदिर में मिलने वाला प्रसाद वहीं बैठकर ही खाया जाता है, बाहर या घर ले जाना मना होता है.



मंदिर में सबसे पहले बालाजी महाराज, फिर कोतवाल भैरव बाबा और अंत में प्रेतराज सरकार के दर्शन करने चाहिए.



मंदिर से बाहर निकलने के बाद पीछे मुड़कर देखना मना होता है.



मंदिर में मांस, अंडा, शराब, प्याज लहसुन का सेवन करके जाना सख्त मना है.



मंदिर में किसी भी तरह का शोरगुल, हंसी मजाक या फालतू की बातें करना पाप माना जाता है.



मंदिर परिसर में फोटोग्राफी और मोबाइल का इस्तेमाल पूरी तरह वर्जित होता है.



बालाजी महाराज के मंदिर में सच्चे मन और विश्वास से आने वाले भक्तों की बाधा ही दूर होती है.