ट्रेन के एक कोच में 12 फिक्स्ड विंडो होती है

4 इमरजेंसी ओपनेबल विंडो और हॉपर टाइप 3 विंडो होती है

रेलवे ने किसी टेक्निकल वजह से खिड़की के साइज को बढ़ाया नहीं है

यात्रियों के जर्नी एक्सपीरियंस को अच्छा करने के लिए ये कदम उठाया गया है

ट्रेन के विंडो की साइज यात्रियों को पैनोरेमिक व्यू देने के लिए बढ़ाई गई है

जैसे कि विस्टाडोम कोच में आपने देखा होगा कि काफी ज्यादा बड़े कांच है

लेकिन अब सामान्य कोच में भी साइज को बढ़ा दिया गया है

एलएचबी कोच में भी खिड़कियों का साइज बदला गया है

अब खिड़कियों की साइज 1100 mm (L) x 680 mm (H) हो गई है

इस खिड़की से यात्री आसानी से बाहर का नजारा देख सकता है