कई कपल को बच्चे नहीं होते है तो टेस्ट ट्यूब बेबी का सहारा लेना पड़ता है

आइए आपको बताते हैं ,कि टेस्ट ट्यूब बेबी कैसे  होता है

टेस्ट ट्यूब बेबी को हम IVF In Vitro Fertilization के नाम से भी जानते है

प्रथम चरण में महिला को इंजेक्शन दिया जाता है

 जिससे महिला जिससे अंडे अधिक मात्रा में विकास करे

पुरुष के सिमन को लैब में साफ कर उसमें से शुक्राणुओं को अलग कर लिया जाता है

महिलाओं के गर्भाशय से अंडे निकालकर बारह रख लिया जाता है

आधुनिक लाइफ में पेट्री डिश में अंडों और शुक्राणुओं को एक साथ मिलाकर फर्टिलाइजर किया जाता है

फर्टिलाइजेशन के तीसरे दिन भ्रूण(एंब्रियो) पूरी तरह से तैयार हो जाता है

कैथिटर की सहायता से महिला के गर्भाशय में भ्रूण(एंब्रियो) स्थापित कर दिया जाता है