मासिक धर्म एक शारीरिक प्रक्रिया है, जो स्वाभाविक
रूप से हर महिला को इससे गुजरना पड़ता है


पीरियड्स के दौरान पूजा करना, मंदिर जाना या
धार्मिक यात्रा करना वर्जित माना जाता है.


ऐसे में तीर्थ यात्रा में गई महिलाओं को पीरियड्स आ
जाए तो क्या भगवान के दर्शन करना वाजिब है, आइए जानें.


संत प्रेमानंद महाराज के अनुसार तीर्थ यात्रा के समय
पीरियड्स आ जाए तो स्त्रियां दर्शन का सौभाग्य नहीं छोड़ें.


किसी के लिए तीर्थ पर जाना सरल नहीं होता, ऐसे में
किसी विशेष परिस्थिति में दर्शन नहीं होने का दुख रहता है.


ऐसे स्नान करके दूर से दर्शन करें, किसी तरह की सेवा
या सामग्री नहीं चढ़ाएं. मूर्ति स्पर्श न करें.


तुलसी, पीपल या पूजनीय पेड़ों को छूएं नहीं, जल नहीं
चढ़ाएं


भगवान का नाम जप कर सकते हैं (जैसे राधा, कृष्ण, राम, हरि)
आदि. स्तोत्र विष्णु सहस्नाम, हनुमान चालीसा आदि न करें.