इस साल पिृत पक्ष 7 सितंबर 2025 से शुरू हो
रहे हैं, जिसका समापन 21 सितंबर को होगा.


8 सितंबर को प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध होगा. जो नाना-नानी
के श्राद्ध के लिए उपयुक्त माना गया है.


9 सितंबर को द्वितीया तिथि श्राद्ध, 10 सितंबर को तृतीया
और चतुर्थी तिथि का श्राद्ध संयुक्त होगा.


11 सितंबर को पंचमी तिथि श्राद्ध होगा, इस दिन विवाह से पहले
मृत्यु को प्राप्त हुए लोगों का श्राद्ध करना चाहिए.


12 सितंबर को षष्ठी तिथि श्राद्ध, 13 सितंबर को सप्तमी
तिथि श्राद्ध, 14 सितंबर अष्टमी तिथि श्राद्ध होगा.


15 सितंबर को नवमी तिथि श्राद्ध होगा, ये माता का श्राद्ध
करने के लिये सबसे उपयुक्त दिन होता है.


16 सितंबर को दशमी तिथि श्राद्ध, 17 सितंबर को इंदिरा
एकादशी श्राद्ध, 18 सितंबर को द्वादशी तिथि श्राद्ध होगा.


19 सितंबर को त्रयोदशी तिथि श्राद्ध होगा, जो छोटे बच्चों के
श्राद्ध के लिए उपयुक्त दिन है.


20 सितंबर को चतुर्दशी तिथि श्राद्ध होगा, इस दिन उन लोगों
का श्राद्ध होता है जो अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए हैं.


21 सितंबर को सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध है. इस दिन सभी
ज्ञात-अज्ञात पितरों का तर्पण, पिंडदान किया जाता है.