हरतालिका तीज 26 अगस्त को है. ये व्रत पति
की लंबी आयु और सुख-सौभगा्य के लिए रखते हैं.


इस व्रत में स्त्रियों को अन्न-जल का त्याग करना पड़ता
है, क्योंकि ये व्रत निर्जला रखा जाता है.


इस व्रत में भी करवाचौथ की तरह पानी पीने की मनाही
होती है.


हालांकि स्वास्थ कारणों से जो लोग निर्जला व्रत नहीं रखते हैं
वह पूजन के बाद पानी पी सकते हैं.


हरतालिका तीज की पूजा रातभर चलती है, ऐसे में प्रदोष काल
की पहली पूजा या 12 बजे की पूजा के बाद आप पानी पी सकती हैं.


गर्भवती महिलाओं को हरतालिका तीज पर निर्जला व्रत करने
की मनाही होती है, ऐसे में आप जल, फल ग्रहण कर सकती है.


कहते हैं जो महिलाएं कठोर निर्जला व्रत करती है अगर वह व्रत
तोड़कर पानी पीती हैं तो उन्हें अगला जन्म मछली रूप में मिलता है.


इस व्रत का पारण चतुर्थी तिथि पर सूर्योदय के बाद किया जाता है.