अयोध्या: राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के साथ ही मंदिर के निर्माण में तेजी आई है. राम की नगरी का माहौल भी बदलता नजर आ रहा है .इस बार राम की नगरी में रामलीला के मंचन में फिल्मी हस्तियों का जमावड़ा होगा. 17 अक्टूबर से अयोध्या में भव्य रामलीला होगी जो 25 अक्टूबर तक चलेगी. रामलीला में बॉलीवुड और भोजपुरी कलाकार अभिनय प्रस्तुत करेंगे.


मंच पर रामलीला नहीं देख सकेंगे लोग
भगवान राम के जीवन पर आधारित रामलीला के मंचन में सीता की भूमिका कविता जोशी निभाएंगी तो राम के अभिनय में सोनू नागर नजर आएंगे. भरत की भूमिका गोरखपुर के सांसद और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन निभएंगे तो भाजपा दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी अंगद की भूमिका में नजर आएंगे. रामलीला का सीधा प्रसारण वर्चुअल कराया जाएगा. कार्यक्रम में दर्शकों को मंच पर रामलीला देखने का अवसर नहीं मिलेगा.


17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक होगा रामलीला का मंचन
बता दें कि अयोध्या की रामलीला संस्था के की तरफ से मंगलवार को अयोध्या में रामलीला के मंचन हेतु निरीक्षण किया गया जिसमें सरयू के किनारे स्थित लक्ष्मण किला मंदिर को सदस्यों ने स्वीकृत किया. अब यहां पर 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक भगवान राम के जीवन पर आधारित रामलीला का मंचन होगा. इस रामलीला में कई फिल्मी हस्तियां और भोजपुरी कलाकार शिरकत करेंगे. रामलीला का प्रसारण सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाएगा.


नारद मुनि की भूमिका में नजर आएंगे असरानी
अयोध्या की रामलीला के अध्यक्ष सुभाष मलिक 3 सदस्यों के साथ अयोध्या पहुंचे और सरयू तट स्थित लक्ष्मण किला मंदिर को रामलीला की शूटिंग के लिए चिन्हित किया गया. ये शूटिंग 17 अक्टूबर से शुरू होगी और 25 अक्टूबर तक चलेगी. रामलीला के अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया कि नारद मुनि की भूमिका में असरानी नजर आएंगे. गोरखपुर से सांसद और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन भरत की भूमिका निभाएंगे. मनोज तिवारी रामलीला में अंगद के रोल करेंगे, रजा मुराद अहिरावण की भूमिका में निभाएंगे तो रावण की भूमिका में शाहबाज खान नजर आएंगे.


दिल्ली और मुंबई के टेक्नीशियन बनाएंगे सेट
सुभाष मलिक ने कहा कि हम चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ रामलीला का उद्घाटन करें. रामलीला के लिए सेट बनाया जाएगा जिसमें दिल्ली और मुंबई के टेक्नीशियन काम करेंगे. रामलीला का प्रसारण वर्चुअल तौर पर किया जाएगा जिसमें सोशल मीडिया का सहारा लिया जाएगा. दर्शकों को रामलीला के मंचन को देखने की अनुमति नहीं होगी. कोरोना काल में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए ही रामलीला का मंचन किया जाएगा.


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