Muzaffarnagar: दलित समाज को दी थी चेतावनी- अगर किया ये काम तो दूंगा 50 जूतों की सजा, पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन
कुख्यात अपराधी रहे विक्की त्यागी के पिता राजबीर सिंह ने तुगलकी फरमान जारी किया. वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने मुनादी करने और कराने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद में कुख्यात बदमाश विक्की त्यागी के पिता की दबंगई का वीडियो वायरल (viral video) हो रहा है. वायरल वीडियो में विक्की त्यागी का पिता गांव में बाकायदा मुनादी कराकर दलित परिवारों को खुलेआम धमकी दे रहा है. मामला चरथावल थाना क्षेत्र के पावटी खुर्द गांव का है जहां सोमवार को कुख्यात अपराधी रहे विक्की त्यागी के पिता राजबीर सिंह द्वारा एक तुगलकी फरमान जारी किया गया.
फरमान का वीडियो वायरल होने के बाद जहां मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुनादी करने और कराने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तो वहीं इस घटना के बाद से गांव में रहने वाले दलित समाज के लोग दहशत के साये में हैं. दलित महिलाएं डर की वजह से पशुओं के लिए चारा लाने जंगल में नहीं जा रही हैं.
क्या था फरमान
चरथावल थाना क्षेत्र के गांव पावटी खुर्द में पूर्व प्रधान और कुख्यात बदमाश विक्की त्यागी के पिता राजवीर सिंह ने गांव में बाकायदा मुनादी कराकर दलित समाज के लोगों को चेतावनी दी है कि अगर उसके खेत या ट्यूबवेल पर अगर दलित समाज का कोई भी व्यक्ति जाएगा तो उस पर पांच हजार रुपयों का जुर्माना और 50 जूतों की सजा दी जाएगी.
मुनादी के दौरान गांव के किसी व्यक्ति ने इसे अपने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. एसएसपी मुजफ्फरनगर अभिषेक यादव ने तत्काल ही इस वायरल वीडियो का संज्ञान लिया. उनके आदेश पर क्षेत्रीय पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया. राजवीर सिंह और उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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गुंडा अधिनियम में कार्रवाई- एसएसपी
एसएसपी अभिषेक यादव ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आरोपी राजवीर सिंह के ऊपर भविष्य में गुंडा अधिनियम के अंतर्गत भी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए राजवीर त्यागी और मुनादी करने वाले गांव के ही एक वाल्मीकि समाज के व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है.
मुनादी के बाद से गांव में रहने वाले दलित समाज के लोग राजवीर त्यागी के खौफ के चलते दहशत में हैं. गांव की दलित महिलायें मुनादी के बाद से इतनी डरी हुई हैं कि वे पशुओ का चारा लेने जंगल में नहीं जा रही है. उनका आरोप है कि पुलिस ने गांव में कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की है. अगर उनके साथ कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदार जिला प्रशासन और सरकार होगी.
ग्राम प्रधान ने क्या कहा
ग्राम प्रधान पावटी अजीत सिंह ने कहा, गांव के ही पूर्व प्रधान राजवीर त्यागी ने गांव में मुनादी कराई जो किसी भी समाज और धर्म जाति के खिलाफ है. उन्होंने जो कुछ भी किया वह गलत किया. हर जाति समाज में अपना वजूद रखती है.
गरीब लोग किसानों के खेत में जाकर पशुओं के लिए घास लाते हैं लेकिन इस तरह से फरमान जारी करना ठीक नहीं है. इन्हें दलित समाज भाता नहीं है एक वजह यह भी है क्योंकि गांव में प्रधानी के चुनाव में एक दलित युवक गांव का प्रधान बना यह बात भी उन्हें हजम नहीं हो रही है वे लोग हर बिरादरी पर अपना दबाव बनाना चाहते हैं.
दलितों का क्या कहना है
दलित ग्रामीण राजपाल ने कहा, इस तरह की मुनादी कराकर बहुत गलत किया गया है. 1999 में विक्की त्यागी ने मेरे बेटे की हत्या कर दी थी. मुनादी के बाद से गांव में दहशत का माहौल है. पुलिस की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. दलित महिला ममता ने कहा, मुनादी के बाद से गांव के सभी दलित लोग डरे हुए हैं.
महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल रही हैं. जो महिलाएं पशुओं का चारा लेने जंगल में जाती थीं वे पशुओं का चारा लेने के लिए भी जंगल नहीं जा रही हैं. गांव में दहशत का माहौल है. हम सरकार से मांग करते हैं कि हमें सुरक्षा दी जाए और आरोपी को सख्त सजा दी जाए. अगर हमारे साथ कुछ भी हुआ तो उसकी जिम्मेदार जिला प्रशासन और सरकार होगी.
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