Gorakhpur Cancer Hospital: उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ शुक्रवार को गोरखपुर के हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्‍पताल पहुंचे. यहां पर उन्‍होंने अत्‍याधुनिक मशीन का लोकार्पण किया. 17 करोड़ की इस अत्‍याधुनिक रेडिएशन मशीन पर यूपी सरकार ने 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी है. इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए ये मशीन काफी उपयोगी साबित होगी. सीएम ने कहा कि पूर्वी यूपी का ये क्षेत्र काफी समय से स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं से वंचित रहा है. जिस वजह से लोगों को बेहतर इलाज के लिए बाहर महानगरों का रुख करना पड़ता रहा है, लेकिन केन्‍द्र और प्रदेश सरकार की स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं की वजह से यहां की तस्‍वीर बदल गई है.


नए युग की हुई शुरुआत
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि पूर्वी यूपी को कैंसर जैसी बीमारी से मुक्ति देने के लिए एक नए युग की शुरुआत श्रद्धेय भाई जी हुनमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्‍पताल दे रहा है. यहां पर अत्‍याधुनिक मशीन (हाई मल्‍टीपल लीनियर एक्‍सलेटर) का लोकार्पण संपन्न हुआ है. हम सब जानते हैं कि भाई जी के नाम पर अस्‍पताल का निर्माण आज से लगभग 45-46 वर्ष पहले हुआ था. उस समय पूर्वी यूपी का ये क्षेत्र सामान्‍य स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं के लिए तरसता था. 


महानगरों पर रहना पड़ता था निर्भर
सीएम ने कहा कि लंबे समय तक स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं के अभाव के कारण इस क्षेत्र के नागरिकों को अपने उपचार के लिए लखनऊ, दिल्‍ली और मुंबई समेत देश के अन्‍य चिकित्‍सा संस्‍थानों पर निर्भर रहना पड़ता था. उस कालखंड में इस ट्रस्‍ट के द्वारा कैंसर उपचार का ये केन्‍द्र श्रद्धेय भाई जी के नाम पर स्‍थापित करने का जो संकल्‍प लिया. यहां कैंसर रोगियों को अपने सीमित संसाधनों से बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा देने का प्रयास किया. आज उसी का परिणाम है कि हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्‍पताल उन दीन-दुखियों, गरीबों, वंचितों और कमजोर तबकों के लि एक नया जीवन और नई आशा की किरण बनकर आगे आता रहा है. 


व्‍यापक परिवर्तन हुआ है
सीएम ने कहा कि एक समय कैंसर लाइलाज बीमारी समझी जाती रही है. आज से कुछ वर्ष पहले तक यही स्थिति रही है. दुर्भाग्‍य से किसी परिवार में किसी व्‍यक्ति को कैंसर हो जाता था, तो लोग मान लेते रहे हैं कि जिसे कैंसर हो गया है, वो व्‍यक्ति इस बीमारी से तो जाएगा ही, लेकिन साथ-साथ पूरे परिवार को भी आर्थिक तंगी से इतना कमजोर बना देगा कि उन लोगों को भी अपने बारे में सोचना पड़ेगा. लेकिन, व्‍यापक परिवर्तन हुआ है. आज आप देख रहे होंगे कि हर एक पशेंट और हर एक नागरिक के लिए बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं उपलब्‍ध कराने के लिए गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों के लिए शासन स्‍तर पर शासन ने अलग-अलग योजनाएं घोषित की हैं.


यूपी में 33 मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं
शासन के द्वारा की जाने वाली बड़ी धनराशि खर्च करने का मामला हो या फिर एक सामान्‍य नागरिक को देश के किसी भी प्रतिष्ठित संस्‍थान में इलाज देने की सुविधा हो. ये आसानी से उपलब्‍ध हो सकता है. उन्‍होंने कहा कि पहले एकमात्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज था. अब बहुत से संस्‍थान हैं. गोरखपुर में एम्‍स है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज भी अत्‍याधुनिक और बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं दे रहा है. देवरिया, बस्‍ती और सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं. पूरे यूपी में 33 मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं. आज हमारे पास 350 लाइफ सपोर्ट एम्‍बुलेंस हैं. बड़े जिलों में 5 और छोटे जिलों में 3 की सुविधा है. वाराणसी में भी कैंसर संस्‍थान हैं और विशेषज्ञ वहां पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. नेपाल और नॉर्थ बिहार का एक बड़ा हिस्‍सा व्‍यापार और चिकित्‍सा के लिए गोरखपुर पर निर्भर है.


स्‍वास्‍थ्‍य बीमा सुविधा उपलब्‍ध कराई गई
सीएम योगी ने कहा कि राज्‍य सरकार ने इसी तर्ज पर आयुष्‍मान भारत से जो लोग वंचित हैं, उन लोगों को राज्‍य सरकार ने अपने संसाधनों से मुख्‍यमंत्री जनआरोग्‍य योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपए तक स्‍वास्‍थ्‍य बीमा सुविधा उपलब्‍ध कराई है. इसमें किसी भी प्रकार की सिफारिश की आवश्‍यकता नहीं है. कैम्‍प लगाकर लोगों के कार्ड बनाए जा रहे हैं. व्‍यक्ति अपना कार्ड लेकर किसी भी अस्‍पताल में जाकर अपना इलाज करा सकता है. उसे हर सुविधा वहां प्राप्‍त होगी, लेकिन 3-4 वर्ष पहले ये सुविधा लोगों के पास नहीं थी. एक-एक पैसे के लिए व्‍यक्ति मोहताज होता था. कैंसर लाइलाज बीमारी समझ ली जाती थी. इतने इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर भी नहीं रहे हैं, लेकिन आज केन्‍द्र और प्रदेश सरकार हर नागरिक को बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं देने के लिए कृत संकल्पित है.  



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