Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो से सियासी पारा हाई हो गया है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को कन्नौज के दौरे पर थे. जहां उन्होंने कन्नौज शहर के सिद्धपीठ बाबा गौरीशंकर मंदिर में दर्शन पूजन किया. उनके दर्शन पूजन के बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने मंदिर परिसर को गंगाजल से साफ किया है. 


अब इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो के सामने आने के बाद सियासी बयानबाजी तेज होने की संभावना है. दरअसल, बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सुबह अखिलेश यादव के साथ मंदिर में मुस्लिम कार्यकर्ता भी पहुंचे थे. उनका दावा है कि मुस्लिम कार्यकर्ता मंदिर में जूता और चप्पल पहनकर गए थे इस वजह मंदिर को साफ करना पड़ा है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मंदिर परिसर को साफ करने के दौरान हर-हर महादेव के नारे भी लगाए.



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सपा का आरोप
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा नेता आईपी सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछड़े वर्ग से हैं इसलिए बीजेपी ने मंदिर परिसर को गंगाजल से धुलवाया उससे पूर्व CM आवास को धुलवा चुकी है. भाजपा यह मानती है कि पिछड़े, दलित वंचित शोषित लोगों को हिंदू मन्दिरों में पूजा करने का कोई आधिकार नहीं है. इस बार यही PDA पिछड़े दलित वंचित शोषित मिलकर BJP को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे.


वहीं सपा उम्मीदवार लालजी वर्मा ने दोनों वीडियो अलग-अलग शेयर करते हुए लिखा- 'पहला वीडियो अखिलेश यादव ने कन्नौज में गौरी शंकर महादेव मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया था. दूसरा वीडियो- बाद में बीजेपी के कार्यकर्ताओ ने अपने आकाओं के इशारे पर उस मन्दिर को गंगा जल से धुला. क्या भाजपा के आंका लोग ये मानते हैं कि पिछड़े,दलित को मन्दिर जाने का अधिकार नहीं है? इस बार यही PDA आपको संसद से बाहर करने जा रही है.'