Rajasthan: कोटा में 3-8 फरवरी तक 'आत्मनिर्भर भारत उत्सव', ओम बिरला के प्रयासों से जुटेंगे देशभर के बुनकर
Kota News: विकसित भारत के संकल्प के तहत केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा कोटा में आत्मनिर्भर भारत उत्सव प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. यहां देशभर के बुनकर अपनी कला और कौशल का प्रदर्शन करेंगे.
Rajasthan News: राजस्थान के कोटा (Kota) में देशभर के बुनकर अपनी कला और कौशल का प्रदर्शन करेंगे. कोटा के दशहरा मैदान में इसी महीने से देशभर के बुनकर जुटेंगे. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय की ओर से 3 से 8 फरवरी तक आत्मनिर्भर भारत उत्सव प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. इस प्रदर्शनी में भारत के विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति, कला और परम्पराओं की झलक देखने को मिलेगी. कोटा में बुनकरों के खूबसूरत उत्पाद का नजारा लोगों को आकर्षित करेगा.
विकसित भारत के संकल्प के तहत देश के बुनकरों के सशक्तिकरण और भारत के परंपरागत हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा कोटा में आत्मनिर्भर भारत उत्सव प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रदर्शनी का उद्घाटन लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय वस्त्र राज्य मंत्री दर्शना जरदोश द्वारा किया जाएगा.
अलग-अलग प्रदेशों की 150 से अधिक दुकानें लगेंगी
इस प्रदर्शनी में 150 से अधिक दुकानें लगेंगी, जिसमें कई प्रदेशों से आए बुनकर अपने सामान प्रदर्शित करेंगे. यहां एक ही स्थान पर पैठनी, कोटपाड़, कोटा डोरिया, टंगाइल, पोचमपल्ली, कांचीपुरम, थिरुबुवनम, जामदानी, शांतिपुरी, चंदेरी, माहेश्वरी, पटोला, मोइरंगफी, बनारसी ब्रोकेड, तनचोई, भागलपुरी सिल्क, बावन बूटी, पश्मीना साड़ियां खरीदने का मौका मिलेगा.
भारत के कई प्रदेशों की साड़ियां दिखेंगी
इसके अलावा सूट, स्टॉल, कुर्ते और अन्य विशिष्ट उत्पाद भी लोगों को देखने को मिलेंगे. मेले में विभिन्न स्थानों पर विभिन्न प्रदेशों की साड़ियों को विशिष्ट तरीके से प्रदर्शित किया जाएगा. उनके साथ ही साड़ी और हस्तकला से संबंधित समस्त जानकारी भी लोगों को दी जाएगी. मनोरंजन के लिए झूले और खाने-पीने के स्टॉल भी लगाए जाएंगे.
मेले के साथ ही भारत की विविधता में एकता वाली संस्कृति को प्रदर्शित करने और देश में हथकरघा साड़ी संस्कृति को बढ़ावा देना के लिए 4 फरवरी को वन भारत वॉकथॉन का आयोजन भी किया जाएगा. इस वॉकथॉन में महिलाएं परम्परागत साड़ी पहनकर सम्मिलित होंगी. यह वॉकथॉन दशहरा मैदान से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होता हुआ वापस दशहरा मैदान पर समाप्त होगा.