Maharashtra News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने केंद्र सरकार, अजित पवार (Ajit Pawar) और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर हमला बोला है. महाराष्ट्र के अकोला में एक सभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि क्या तुम नहीं देख रहे जो अशोक चव्हाण मुझे गाली देते थे, उनके चमचे आज मोदी के पैरों में बैठकर चाय पी रहे हैं, कल तक मुझे टीम बी बोलने वाले राज्यसभा की मेंबरशिप ले रहे हैं.


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "अजित पवार बोलते थे, आज वह कहां पर बैठे हैं. अजित पवार बोल रहे हैं कि मैं अपनी घरवाली को अपनी बहन के खिलाफ लड़ाऊंगा. अब आप ही बताइए महाराष्ट्र में यह क्या मामला हो रहा है? उन्हीं का एक मुंबई का लीडर है उसे केवल इफ्तार की दावत याद आती है और कुछ नहीं. अगली बार जब कांग्रेस और राष्ट्रवादी के लोग आपके बीच आए तो उनसे पूछना कि आप अपने जुबान से बाबरी मस्जिद बोल सकते हैं या नहीं?"


'बाबरी मस्जिद जिंदा है और रहेगी'
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा, "हमने पार्लियामेंट में कहा एक बार जहां मस्जिद बन गई वहां थी, है और रहेगी. मैं आपसे कह रहा हूं हमने बाबरी मस्जिद जिंदाबाद का नारा लगाया था. बाबरी मस्जिद जिंदा है और रहेगी. उद्धव ठाकरे कहते हैं कि हम खुश हैं हमने 6 दिसंबर को मस्जिद तोड़ी. उद्धव ठाकरे के साथ कौन हैं शरद पवार, उनके साथ कांग्रेस है और यही कांग्रेस जाकर कहेगी बचा लो, अरे पहले आप अपने आप को तो बचा लो."


'मैं मराठा भाइयों को शुभकामनाएं देता हूं'
इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी ने छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती पर मराठा भाइयों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, "आरएसएस के लोगों से पूछना चाहूंगा, तुम कब तक यह झूठ कहते रहोगे कि छत्रपति शिवाजी महाराज मुसलमान के दुश्मन थे, उनके पास 13 मुसलमान जनरल थे. अफजल खान का जब छत्रपति शिवाजी महाराज ने कत्ल किया, तब मुसलमान उनके बॉडीगार्ड थे."


ओवैसी ने लोगों से की ये अपील
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की विधानसभा में एक असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील नहीं बल्कि 50 ओवैसी और जलील होने चाहिए. असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के अकोला में लोगों से एआईएमआईएम के कम से कम चार कैंडिडेट को लोकसभा में जिताने की अपील की है. उन्होंने कहा कि राइट टू रिलिजन भारत के संविधान का एक अधिकार है और बीजेपी और आरएसएस यह चाहती है कि यह हमसे छीन लिया जाए. आपसे कहा जाता है कि जब अकोला में चुनाव होगा तो आप सेकुलरिज्म को जिंदा रखिए. खबरदार मैं उन दलालों से कह रहा हूं, जो मुसलमानों की साफा में है.



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