Ladli Behna Yojana: 'लाडली बहना योजना' को लेकर इंदौर में उत्साह, खुशी में घर-घर में जलाए गए दीपक
Madhya Pradesh News: सीएम शिवराज की लाडली बहना योजना को लेकर समूचे प्रदेश सहित इंदौर जिले में भी अपार उत्साह का माहौल देखा गया. इंदौर में चार लाख 39 हजार 612 महिलाओं ने पंजीकरण कराया है.
Indore News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के लाडली बहनों के खाते में पहली किश्त डालते ही समूचे प्रदेश सहित इंदौर (Indore) जिले में भी अपार उत्साह का माहौल देखा गया. घर-घर दीपक जलाए जा रहे हैं. इंदौर में चार लाख 39 हजार 612 महिलाओं ने पंजीकरण कराया है. इनमें से वर्तमान में आवेदनों की पूर्ण औपचारिकता होने पर चार लाख 12 हजार महिलाओं को लाभान्वित किया जा रहा है. शेष महिलाओं के खाते में भी औपचारिकाएं पूर्ण होने के पश्चात राशि जमा कर दी जाएगी.
इससे पहले जिले में साढ़े तीन लाख से अधिक महिलाओं को स्वीकृति पत्र वितरित कर दिए गए थे. दरअसल इंदौर जिले में महिलाओं को घर-घर जाकर स्वीकृति पत्र देने का का काम तेजी से किया गया. ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को खेतों तक पहुंचकर भी स्वीकृति पत्र दिए गए. वहीं सीएम शिवराज सिंह द्वारा जैसे ही महिलाओं को पैसा ट्रांसफर किया गया, उनके चेहरे पर खुशी का एक अलग ही भाव नजर आया. उनका कहना है कि हमें यह उम्मीद नहीं थी कि हमें घर बैठे ही सीएम शिवराज इतनी बड़ी सौगात देंगे.
इंदौर में किए गए कार्यक्रम
सीएम शिवराज जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम में बहनों को पैसा डाल रहे थे, इधर इंदौर जिले में गांव-गांव तथा शहरी क्षेत्र में वार्डवार कार्यक्रम आयोजित किए गए. इन कार्यक्रमों में सांस्कृतिक, नुक्कड़ नाटक और भजन आदि हुए. साथ ही लोकगीत और लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां भी हुई. यही नहीं लाडली बहना थीम पर महिलाओं ने जगह-जगह रांगोली बनाकर अपनी खुशी का इजहार किया. इन कार्यक्रमों में सीएम शिवराज सिंह चौहान का जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम का प्रसारण दिखाया गया. वहीं कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात लाडली बहना दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ. साथ ही उत्सव के स्वरूप में 'लाडली बहनों' ने घर-घर दीप जलाए.
बता दें एक साथ किसी एक योजना में एक ही दिन में चार लाख से अधिक महिलाओं के खाते में एक-एक हजार की राशि डालकर इतिहास रचा गया. अब उन्हें हर महीने एक-एक हजार रूपए मिलना शुरू हो जाएंगे. गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में लाडली बहनों के खातों में एक-एक हजार जमा करने के लिए बैंकों को 40 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर कर दी गई थी.