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Himachal Election Results 2022: हिमाचल में बागियों ने बिगाड़ा BJP का खेल, जानें- कितने प्रतिशत वोट शिफ्ट होते ही कांग्रेस को मिली जीत?
Himachal Election Results 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जब प्रत्याशियों की सूची की थी, तब कई नेताओं ने बगावती तेवर अपना लिया था. बीजेपी ने बागियों को मनाने की कोशिश भी की थी.
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Himachal Election Results 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election) में जीत दर्ज कर कांग्रेस (Congress) ने बीजेपी (BJP) से सत्ता छीन ली है. इसी के साथ दशकों से हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल पर सत्ता बदलने की परंपरा जारी रही. पूरी कोशिश करने के बावजूद बीजेपी सत्ता बदलने के रिवाज को नहीं बदल सकी. कांग्रेस ने हिमाचल चुनाव में कुल 40 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि बीजेपी को 25 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की हैं.
बीजेपी की हार के पीछे कई बड़े कारण रहे. उनमें से एक वजह बीजेपी के बागी नेता भी हैं. दरअसल बीजेपी की ओर से जब हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की गई थी, तो उस समय पार्टी के कई नेताओं ने सूची को लेकर नाराजगी जताते हुए बगावती रुख अपना लिया था. बीजेपी आलाकमान ने उन्हें मनाने की कोशिश भी की, लेकिन बागी नेता नहीं माने. ऐसे में ये बागी नेता बीजेपी के लिए बड़ी मुसीबत बन गए, जिसका प्रभाव हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजों में साफ दिख रहा है. टिकट बंटवारे के बाद हिमाचल की 68 में से 21 सीटों पर बीजेपी में बगावत हो गई थी.
बागी नेता की वजह से मंत्री राकेश पठानिया भी हारे चुनाव
किन्नौर में पूर्व विधायक तेजवंत नेगी ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा और वहां बीजेपी हार गई. इसी तरह देहरा सीट पर भी निर्दलीय चुनाव लड़े होशियार सिंह ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. चुनाव से पहले बीजेपी ने होशियार सिंह को पार्टी में शामिल तो किया, लेकिन टिकट नहीं दिया. इसके बाद उन्होंने बीजेपी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा. फतेहपुर सीट पर भी बीजेपी नेता कृपाल परमार की बगावत से मंत्री राकेश पठानिया चुनाव हार गए. वहीं कुल्लू और मनाली सीट पर भी बीजेपी के बागियों ने पार्टी प्रत्याशियों की हार में अहम भूमिका निभाई. वहीं नालागढ़ सीट पर भी बीजेपी के बागी केएल ठाकुर निर्दलीय चुनाव जीत गए. चंबा सदर सीट पर पहले टिकट देने और फिर वापस ले लेने की वजह से बागी हुई इंदिरा कपूर के कारण बीजेपी को हार और कांग्रेस को जीत मिली.
बीजेपी का वोट शेयर 6 प्रतिशत घटा
आपको बता दें कि साल 2017 के हिमाचल चुनाव के मुकाबले बीजेपी को इस बार 6 प्रतिशत कम वोट मिले, जिसकी वजह से सत्ता से बाहर होना पड़ा. हालांकि, इसमें से 2 प्रतिशत वोट ही कांग्रेस को मिले, लेकिन उसने बीजेपी से 19 सीटें छीन लीं. बाकी के 4 प्रतिशत वोट निर्दलीय, जिसमें बीजेपी के बागी नेता भी शामिल हैं, और आम आदमी पार्टी को मिले. आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में कुल 1.1 प्रतिशत वोट हासिल करने में कामयाब रही. अन्य के पक्ष में 10.39 प्रतिशत मतदान हुआ. साल 2017 के हिमाचल विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य सभी दलों को करीब 9 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन यह आंकड़ा इस बार बढ़कर 13 प्रतिशत हो गया है.
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