छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) जिले के मनकेली गोरना से अगवा किए गए सब इंजीनियर को नक्सलियों ने एक हफ्ते बाद रिहा कर दिया. सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा को रिहा करने से पहले नक्सलियों ने बुधवार को जन अदालत लगाई. जन अदालत में अजय रोशन को रिहा करने का फैसला किया गया. सब इंजीनियर की पत्नी अर्पिता, स्थानीय ग्रामीणों और मीडियाकर्मियों के सामने अजय रोशन को छोड़ा गया.


नक्सलियों के चंगुल से रिहाई के बाद पिछले 4 दिनों से मीडियाकर्मियों के साथ अपने पति को जंगलों में खोजते अर्पिता जब अपने पति से मिली तो काफी भावुक हो गई. अर्पिता ने अपने पति को गले लगा लिया. पति से लिपटकर अर्पिता फूट-फूटकर रोने लगी. दरअसल अर्पिता अपने पति की रिहाई के लिए ग्रामीणों के जरिए नक्सलियों से अपील कर रही थी. अर्पिता अपने बच्चे के साथ पति की खोज में खुद ही जंगल निकल गई थी. आखिरकार जब नक्सलियों की जन अदालत में अर्पिता पहुंची और ग्रामीणों के बीच नक्सलियों ने उनके पति अजय को रिहा किया तो उनकी आंखें भर आई. अर्पिता दौड़कर अपने पति से लिपट गई.


अर्पिता ने कहा धन्यवाद
पति की रिहाई के लिए अर्पिता ने ग्रामीणों, स्थानीय मीडिया और नक्सलियों को धन्यवाद कहा है. अर्पिता ने कहा कि उनके पति और बच्चे के अलावा उनका इस दुनिया मे कोई नहीं है. वो चार दिनों से लगातार अपने पति की रिहाई के लिये विनती कर रही थी. आखिरकार नक्सलियों ने अजय की पत्नी अर्पिता की गुहार सुनी और उनके पति को रिहा कर दिया.


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