पटना: संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर महागठबंधन की ओर से पटना के बापू सभागार में प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस मौके आरजेडी, वाम दलों के नेता मौजूद थे. इस दौरान विपक्ष के सभी नेता ने बिहार सरकार पर रिपोर्ट कार्ड जारी किया तथा हर मोर्चे पर बिहार सरकार को फेल बताया गया. इस दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी के मुद्दे पर रिपोर्ट कार्ड के जरिए विपक्ष द्वारा बिहार सरकार को घेरा गया. इस दौरान बताया गया कि सात अगस्त को बिहार में सभी जिला मुख्यालय पर महागठबंधन के लोग महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी के खिलाफ में प्रदर्शन करेंगे.


आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि कभी भी सांप्रदायिक ताकतों के सामने हम लोग घुटने नहीं टेके. 2020 के विधानसभा चुनाव में जनता ने महागठबंधन को जीताया था, पर चोर दरवाजे से बीजेपी-जेडीयू ने सरकार बनाया. कई सीटों पर हम लोगों को हरवाया गया. बिहार में डबल नहीं ट्रबल इंजन की सरकार है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी चरम पर है. शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला. नीति आयोग की रिपोर्ट में हर क्षेत्र में बिहार फिसड्डी है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कोई सिस्टम काम नहीं कर रहा. विश्वविद्यालयों में सेशन 3-4 साल लेट है और प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं.


नागपुर से चलती है बिहार सरकार


इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार को भी आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि देश में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. हम लोग के यहां छापे मरवाए जा रहे हैं. लालू जी ने साफ कह दिया है कि डरेंगे नहीं. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार नागपुर से चलती है. नीतीश सीएम की कुर्सी पर हैं, लेकिन कब्जा बीजेपी का है. आरएसएस की गोद में नीतीश कुमार हैं. तेजस्वी ने कहा कि पढ़ाई-कमाई-दवाई के मुद्दे पर हम आगे बढ़ेंगे. इस सरकार में गरीबी की बात नहीं हो रही है. हमलोग गरीबी खत्म करना चाहते हैं. किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं. देश में विपक्ष एकजुट नहीं है. गरीबों के हित के लिये हम लोगों को एकजुट होना होगा और बिहार से लेकर केंद्र सरकार को घेरना होगा.


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सत्ता से मतलब होता तो तो बीजेपी से गठबंधन कर मुख्यमंत्री होता


तेजस्वी ने कहा कि हम लोग दबाव बनाए तब जाकर नीतीश कुमार जातीय जनगणना कराने का निर्णय लिए. हम व मेरे परिवार को खुद को आगे बढ़ाना होता और सत्ता से मतलब होता तो मैं मुख्यमंत्री होता और बीजेपी से आरजेडी का गठबंधन रहता, लेकिन हम लोग ऐसे नहीं हैं. सत्ता से मतलब नहीं है और जनता का हित चाहते हैं. सत्ता के लिए नीतीश बीजेपी जैसी सांप्रदायिक ताकतों के सामने झुके हुए हैं. इसीलिए न तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिला पाए हैं और न ही विशेष पैकेज. 


बीजेपी और आरएसएस समाज में फैला रही नफरत


इस दौरान वामदल के डी राजा ने कहा कि हम लोग को मजबूती से बिहार और केंद्र सरकार से लड़ना है. बिहार में बेरोजगारी है. यहां के लोग दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए जा रहे हैं. हर मोर्चे पर बिहार सरकार फेल है. तेजस्वी यादव युवा और उर्जावान नेता हैं. उनके साथ वाम दल मजबूती से खड़े हैं. बिहार में बदलाव लाने की जरूरत है. केंद्र में मोदी सरकार भी काम नहीं कर रही है. 2014 में मोदी ने कहा था कि अच्छे दिन आएंगे, लेकिन आए नहीं. मोदी ने कहा था सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के रास्ते पर चलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा. अपने उद्योगपति दोस्तों को मोदी फायदा पहुंचा रहे. बीजेपी, आरएसएस समाज में नफरत फैला रही. उनको उखाड़ फेंकने की जरूरत है.


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