Bihar News: सृजन घोटाले में ED ने की बड़ी कार्रवाई, पूर्व एडीएम जयश्री ठाकुर और उनके बेटे की जमीन जब्त
Srijan Ghotala Bihar: गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय पटना की टीम बांका पहुंची. बांका पहुंचने के साथ ही अलग-अलग टीम ने तीन अलग-अलग प्रखंड क्षेत्र में यह कार्रवाई की है.
बांका: अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति के पुराने चर्चित मामले सृजन घोटाले (Srijan Scam) को लेकर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय पटना की टीम बांका पहुंची. बांका पहुंचने के साथ ही अलग-अलग टीम ने तीन अलग-अलग प्रखंड क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए अवैध तरीके से खरीदे गए भूखंड को जब्त करते हुए जमीन अधिग्रहण से सम्बंधित बोर्ड लगा दिया है. पूर्व एडीएम जयश्री ठाकुर (Former ADM Jayshree Thakur) और उनके बेटे की जमीन जब्त की गई है.
सबसे पहले ईडी की टीम जिले के बौंसी अंचल स्थित ब्रह्मपुर के सिरांय मौजा पहुंची, जहां सृजन घोटाले के अभियुक्त और बांका की तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी जयश्री ठाकुर के तीन भूखंड जो करीब 12 एकड़ को चिह्नित करते हुए इसे अपने कब्जे में लिया. इस भूखंड में जयश्री ठाकुर के साथ ही उनके भाई जयशंकर ठाकुर का भी नाम बताया जा रहा है.
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लक्ष्मीपुर मौजा में 15 एकड़ जमीन जब्त
इसके बाद बांका थाना क्षेत्र के उमरीतरी गांव में छापेमारी कर जयश्री ठाकुर के पुत्र ऋषिकेश चौधरी के नाम से चार एकड़ जमीन को जब्त करते हुए वहां भी जमीन अधिग्रहण से सम्बंधित बोर्ड लगाया गया. इस कार्रवाई में ईडी के सहायक निर्देशक अमित प्रकाश सहित चार सदस्यीय टीम व स्थानीय थाना पुलिस पदाधिकारी और सीओ मौजूद थे. वहीं प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक प्रवीण कुमार झा के नेतृत्व में ईडी की दूसरी टीम ने जिले के अमरपुर प्रखंड स्थित लक्ष्मीपुर मौजा में कार्रवाई करते हुए अवैध तरीके से खरीदी गई 15 एकड़ जमीन को जब्त करते हुए जमीन अधिग्रहण से सम्बंधित बोर्ड लगा दिया है.
सहायक निदेशक ने बताया कि पूर्व में कोलकाता के दीपेन बनर्जी द्वारा अपने परिजनों के साथ प्रतिज्ञा हाउसिंग फिनांस चिट फंड प्राइवेट कंपनी का निर्माण किया गया था. कंपनी को चलाने के लिए एजेंट बहाल किया गया था. एजेंट का कार्य था कि वह लोगों को चिटफंड कंपनी के संबंध में जागरूक कर लोगों का पैसा चिटफंड में जमा करवाए और करीब दो करोड़ 48 लाख रुपये उगाही करने के बाद 2013-14 में यह कंपनी लोगों का सारा पैसा लेकर भाग गई. 2014 में कटिहार, अररिया और फारबिसगंज में कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज किया गया. 2016 में मामला ईडी को सौंप दिया गया था. 2016 के अंत तक ईडी के द्वारा जांच पूरा कर लिया गया.
जांच में यह बात सामने आई कि कंपनी के पैसे से भूखंड की खरीदगी हुई है, जिसमें छह भूखंड अमरपुर, तीन भूखंड कटिहार और एक भूखंड जलपाईगुड़ी में खरीदी गई है. जांच रिपोर्ट हाई कोर्ट में पेश की गई थी, जिसके बाद हाईकोर्ट ने रिपोर्ट को सही मानते हुए भूखंड को जब्त करने का निर्देश दिया. इस संबंध में अमरपुर के सीओ वत्सांक कुमार ने बताया कि गुरुवार को ईडी के अधिकारियों द्वारा क्षेत्र के लक्ष्मीपुर मौजा में पंद्रह एकड़ जमीन जब्त की गई है. जमीन पर जब्ती का बोर्ड लगा दिया गया है.
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