पटना: बिहार में कोरोना का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज जारी है. लेकिन इसी बीच लगातार यह शिकायत सामने आ रही थी कि निजी अस्पताल की ओर से कोरोना मरीजों के इलाज के लिए मनमाना रुपये की वसूली की जा रही है. ऐसे में निजी अस्पताल संचालकों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. 


सरकार ने सूबे सभी निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज का रेट फिक्स कर दिया है. सरकार ने मरीजों की स्थिति को तीन केटेगरी में बांटते हुए रेट निर्धारित किए हैं. साथ ही इसका पालन हो सके, इस बाबत टीम गठित की गई है. ये टीम निजी अस्पतालों में निर्धारित राशि से अधिक की मांग और दवा की उपलब्धता और निर्धारित दर से अधिक से संबंधित शिकायतों की जांच करेगी. अनियमितता पाए जाने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 और द ऐपीडेमिक डिजिसेस एक्ट-1897 के तहत कठोर कार्रवाई करेगी.


देखें सरकार की ओर से जारी दरों की लिस्ट- 




गौरतलब है कि बिहार में संक्रमण इन दिनों बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है. पिछले 24 घंटे की बात करें तो राज्य में कुल 15,126 नए मरीज सामने आए हैं. ऐसे में राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 1,15,151 हो गई है. वहीं, बीते 24 घंटे में कोरोना की जद में आकर 90 लोगों ने जान गंवाई है. 


90 कोरोना मरीजों की हुई मौत


स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से जिन 90 मरीजों की मौत हुई उनमें पटना में 29, मुजफ्फरपुर में नौ, भागलपुर में आठ, दरभंगा और नालंदा में छह-छह, मधुबनी में पांच, मुंगेर एवं सीतामढ़ी में तीन-तीन, अररिया, बांका, बेगूसराय, पूर्वी चंपारण एवं सारण में दो-दो और अरवल, भोजपुर, कटिहार, लखीसराय, मधेपुरा, नवादा, पश्चिम चंपारण, समस्तीपुर, शिवहर, सुपौल और वैशाली में एक-एक मरीज की मौत हुई.


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