आरा: बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है. संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार और जिला प्रशासन की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ लगी हुई है. लेकिन इसी बीच बिहार के आरा से भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों की ऐसी करतूत सामने आई है, जो काफी हैरान करने वाली है. दरअसल, आपदा की इस धड़ी में आरा सदर अस्पताल में तैनात दो डॉक्टर नकली कोरोना रिपोर्ट देकर ड्यूटी से गायब थे. 


सीएस ने लिया संज्ञान


मिली जानकारी अनुसार सदर अस्पताल में तैनात डॉ. राजीव सिंह और डॉ. अशोक कुमार पाण्डेय ने कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनवाकर अस्पताल प्रबंधन को गलत सूचना दी और कई दिनों तक ड्यूटी से नदारद रहे. जब यह मामला सामने आया तो सीएस ने फौरन इसपर संज्ञान लिया. उन्होंने दोनों डॉक्टरों को जवाब तलब किया. ऐसे में दोनों ने सीएस के पास कोरोना पॉजिटिव होने का दावा कर नकली रिपोर्ट जमा कर दिया. 


डीएम ने कराई फर्जी रिपोर्ट की जांच


दोनों डॉक्टरों के पॉजिटिव होने की बात भोजपुर के डीएम रौशन कुशवाहा को नहीं पची. उन्होंने जांच रिपोर्ट और सिटी स्कैन के साथ दोनों डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट का 24 घंटे के अंदर सदर अंचलाधिकारी को जांच करने का आदेश दिया. अंचलाधिकारी के जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आए, उसमें दोनों डॉक्टरों के फर्जीवाड़े की पोल खुल गई. 


जिला प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आरा सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजीव सिंह और डॉ. अशोक कुमार पाण्डेय आरा सीटी स्कैन एंड डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच रिपोर्ट सौंपकर छुट्टी पर चले गए थे. रिपोर्ट का सत्यापन कराने पर वह फर्जी पाया गया, जिसके बाद डीएम ने दोनों डाक्टरों को शोकॉज किया है और साथ ही दोनों डॉक्टरों को तुरंत अपने काम पर उपस्थित होने का भी आदेश दिया है.


यह भी पढ़ें -


बिहारः कोरोना से ‘जंग’ लड़ने को पटना पहुंची सेना की टीम, ESIC बिहटा में 100 बेड पर शुरू होगा इलाज


Bihar Corona: निजी अस्पतालों में इलाज का रेट किया गया 'फिक्स', देखें- अब मरीजों को देने पड़ेंगे कितने पैसे