भारत दुनिया के 100 सबसे खुशहाल देशों में नहीं, World Happiness Report में पाक-बांग्लादेश भी हमसे बेहतर, जानें कहां के लोग सबसे ज्यादा खुश
World Happiness Country 2023: वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में फिनलैंड सबसे खुशहाल देश बताया गया है. उसे लगातार छठवीं बार पहला स्थान मिला. जबकि सर्वाधिक आबादी वाले भारत-चीन के लोग कम खुशहाल माने गए हैं.
Happiness Index 2023 India Rank: दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में अपना भारत (India) नहीं आता. वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट (World Happiness Report) के मुताबिक, फिनलैंड, डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन और नॉर्वे जैसे देश सबसे खुशहाल देश हैं. वहीं, इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे के मौके पर जारी हुई एनुअल हैप्पीनेस रिपोर्ट में भारत को 125वें पायदान पर रखा गया है.
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट भारत के लिए निराशाजनक
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2023 भारत के लिहाज से बेहद निराशाजनक है, क्योंकि भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान (108), म्यांमार (72), नेपाल (78), बांग्लादेश (102) और चीन (64) को लिस्ट में भारत से ऊपर रखा गया है. यानी, कि हमसे ज्यादा खुशहाल तो पाकिस्तान के लोग माने गए हैं. हालांकि, इस मामले में अफगानिस्तान को रिकॉर्ड सबसे खराब माना गया है, उसे 137वां यानी अंतिम स्थान मिला है.
वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में यूरोपीय देश टॉप पर
दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में यूरोपीय देश ही शामिल हैं, और टॉप 20 खुशहाल देशों की लिस्ट में एक भी एशियाई देश नहीं है. टॉप 20 खुशहाल देशों में फिनलैंड के साथ-साथ डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन और नॉर्वे जैसे देश भी शामिल हैं. सीमा-रेखाओं के लिहाज से भी ये सभी देश एक-दूजे के आस-पास ही हैं. बता दें कि इन देशों को वर्ल्ड हैप्पीनेस में टॉप पर रखने वाली रिपोर्ट गैलुप वर्ल्ड पोल (Gallup World Poll) के आधार पर तैयार होती है. ये रिपोर्ट तैयार करते वक्त विभिन्न देशों के लोगों की लाइफस्टाइल, वहां की जीडीपी, सोशल सपोर्ट, बेहद कम भ्रष्टाचार और एक-दूसरे के प्रति दिखाए गए प्रेम को आधार बनाया है.
फिनलैंड के सबसे खुशहाल होने की वजहें
कुल 137 देशों की लिस्ट वाली रिपोर्ट में फिनलैंड पिछले 6 वर्षों से लगातार टॉप पर बना हुआ है. दरअसल, फिनलैंड जैसे देश उन चीजों में बेहतर हैं, जिनके लिए दुनियाभर के देश संघर्ष कर रहे हैं. फिनलैंड में लोगों के लिए मुफ्त व अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य-योजनाएं हैं, इसके अलावा कई ऐसी चीजें भी सरकार मुहैया कराती है, जो लोगों को खुशहाल रखती हों. ऐसे देशों के अधिक खुशहाल होने की बड़ी वजह यहां जनसंख्या का कम होना और वहां का स्वच्छ वातावरण है.
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