रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी जंग चौथे हफ्ते भी लगातार जारी है. इस युद्ध में यूक्रेन पूरी तरह तबाह हो चुका है और सैकड़ों निर्देषों की मौत हो चुकी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक बार फिर नो फ्लाई जोन का जिक्र करते हुए कहा कि, नाटो यूक्रेन के ऊपर नो फ्लाई जोन लागू करे ताकि रूसी हवाई हमले बंद हों सके. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नो फ्लाई जोन लागू करने से साफ इनकार कर दिया. 


दरअसल, बुधवार को अमेरिकी संसद में जेलेंस्कि अवतरित हुए जहां उन्होंने कहा कि अगर आप हमारी मदद करना चाहते हैं तो नाटो यूक्रेन के ऊपर नो फ्लाई जोन लागू करे ताकि रूसी हवाई हमले बंद हों सके. उन्होंने आगे कहा, ये हमारे देश और पूरे यूरोप के लिए चुनौती का वक्त है. जेलेंस्कि बोले, "आपको हमारी और मदद करनी होगी, रूस पर और प्रतिबंध लगाने होंगे ताकि वो हमले रोकने के लिए मजबूर हो जाए. ये सुनिश्चित कीजिए कि रूस को यूक्रेन पर हमला करने के लिए एक कौड़ी ना मिले."


बता दें, जेलेंस्की की भाषण पर अमेरिकी सांसदों ने खूब तालियां पीटी लेकिन बाइडेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नो फ्लाई जोन लागू करने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मोल नहीं ले सकते. हालांकि बाइडेन ने यूक्रेन के लिए 800 मिलिनय डॉलन की सैन्य मदद की घोषणा की है जिसमें लंबी दूरी तक मार करने वाले एयर डिफेंस सिस्टम भी शामिल हैं.


बाइडेन का बयान


बाइडेन ने बताया कि, इस पैकेज से यूक्रेन को बहुत बड़ी मदद मिलेगी. इसमें 800 एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम भी शामिल हैं जो रूस के हवाई और हेलिकॉप्टर हमले को रोकेगा. हम राष्ट्रपति जेलेंस्की के आग्रह पर ये मदद भेज रहे हैं जिसमें 9 हजार एंटी आर्मर सिस्टम भी शामिल हैं. अमेरिका के इस एलान को रूस ने उकसाने वाली हरकत बताया है. पुतिन ने साफ-साफ कहा है कि रूस अमेरिकी प्रतिबंधों और सैन्य मदद से कोई फर्क नहीं पड़ता है. यूक्रेन में रूस का मिलिट्री ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक यूक्रेन उसकी शर्ते नहीं मान लेता.


पुतिन की दो टूक


वहीं, पुतिन ने एक बयान में कहा, 'यूक्रेन में हमारा ऑपरेशन तयशुदा योजना के मुताबिक आगे बढ़ रहा है. कीव और दूसरे शहरों के करीब रूसी सेना की मौजूदगी कब्जे के लिए नहीं है. हम यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना चाहते, यूक्रेन को हमारी जायज मांग पूरी करनी होगी.' रूस ने यूक्रेन के सामने तीन शर्तें रखी हैं, पहला यूक्रेन नेटो में शामिल ना होने की लिखित गारंटी दे, दूसरा यूक्रेन अपनी सेना की ताकत सीमित करे और तीसरा लुहांस्क और दोनेत्सक को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे. हालांकि 21 दिन की जंग के बाद भी जेलेंस्की झुकने को तैयार नहीं हैं.


जेलेंस्कि हार मानने को तैयार नहीं


जेलेंस्कि कहते हैं जब तक हम विजयी नहीं हो जाते, तब तक हथियार फेंकने की हमारी कोई योजना नहीं है. हम घर पर हैं, हम अपनी जमीन, अपने घरों, अपने परिवारों की, यूक्रेन की रक्षा कर रहे हैं. यूक्रेन के शहरों पर 22वें दिन भी रूस की बमबारी जारी है. 


यह भी पढ़ें.


Russia Ukraine War: क्या यूक्रेन पर रूस परमाणु या रासायनिक हथियार इस्तेमाल कर सकता है?


Russia-Ukraine War: जंग के 21वें दिन भी हाथ खाली, अब शांति वार्ता की मेज पर रूस-यूक्रेन की 'समझौते' पर नजर