US In Russia Ukrain War: यूक्रेन और रूस के बीच लंबे समय से जारी जंग में अमेरिका ने एक ऐसा कदम उठाया है जो चर्चा का विषय बन गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने कजाकिस्तान से 81 सोवियत युग के लड़ाकू और बमवर्षक विमान खरीदे हैं. कजाकिस्तान ने हाल ही में 117 सैन्य विमानों की नीलामी की, जिसमें मिग-31 इंटरसेप्टर, मिग-27 लड़ाकू बमवर्षक, मिग-29 लड़ाकू विमान और एसयू-24 बमवर्षक शामिल हैं.


1970 और 1980 के दशक के ये विमान कुल लगभग $2.26 मिलियन अमेरिकी डॉलर में खरीदे गए हैं. यानी प्रति विमान के लिए औसतन लगभग $19,300 डॉलर का खर्च हुआ है.


यूक्रेन को मदद कर सकता है अमेरिका


आखिर अमेरिका ने रूस के सहयोगी कजाकिस्तान से इन विमान को क्यों खरीदा है? इस बारे में आधिकारिक तौर पर तो कुछ नहीं बताया गया है. हालांकि सूत्रों ने दावा किया है कि हाल ही में यूक्रेन ने अमेरिका से फाइटर प्लेन देने की मांग की है. खबर है कि इनमें से कुछ लड़ाकू विमानों को दुरुस्त कर यूक्रेन को उपलब्ध करवाया जा सकता है.


इसके अलावा पुराने विमान के स्पेयर पार्ट्स के तौर पर भी इनका इस्तेमाल हो सकता है. खास बात ये है कि यूक्रेन में अभी भी इन्हीं फाइटर प्लेन का इस्तेमाल होता है. इसलिए अधिक संभावना इन विमानों के यूक्रेन पहुंचाए जाने की है.


दुश्मन देश के लक्ष्य को भ्रमित करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकता है अमेरिका


यूक्रेनी टेलीग्राम चैनल इनसाइडर यूए की एक रिपोर्ट के अनुसार, विमान का इस्तेमाल या तो स्पेयर पार्ट्स के लिए किया जा सकता है या दुश्मन के लक्ष्य को भ्रमित करने के लिए हवाई क्षेत्रों में रणनीतिक रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है.


दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने हाल ही में अमेरिकी सांसदों से और सैन्य मदद खासकर रूस निर्मित लड़ाकू विमानों की मांग की थी. उनका कहना था कि यूक्रेनी पायलट रूस निर्मित विमानों को उड़ाने में अभ्यस्त हैं, ऐसे में जंग के बीच रूसी विमान मिलने से जंग में फायदा होगा.


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