यूक्रेन पर रूसी हमले को करीब 24 घंटे होने को आए हैं. हर बीतते मिनट के साथ हमले और ज्यादा तेज होते जा रहे हैं. ऐसे में यूक्रेन के प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं कि रूसी सेनाएं कैसे यूक्रेन में दाखिल हुईं और उन्होंने वहां अपनी सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी.
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक रूसी सैनिकों ने जिस हेलिकॉप्टर से यूक्रेन की राजधीनी कीव में प्रवेश किया उसके दरवाजे खुले हुये थे. वह मशीनगन से फायरिंग कर रहे थे. और उन्होंने पहले दिन ही बेहद आसानी के साथ कीव की हवाईपट्टियों पर कब्जा कर लिया.
पैराट्रूपर्स की मदद से किया हवाई पट्टियों पर कब्जा
ऐसा उस समय हो रहा था जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की रूसी सेनाओं को घेर कर नष्ट करने की बात कह रहे थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बेलारूस की तरफ से आये लड़ाकू विमानों की मिसाइलों से दागी गई मिसाइलों और हेलिकॉप्टर में बैठे पैराट्रूपर्स ने ग्रेनेड की मदद से सैन्य हवाई पट्टियों पर कब्जा कर लिया.
रूसी सेना ने विशेष सैन्य नीति के तहत सबसे पहले यूक्रेनी सेना के कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम, एयर डिफेंस ठिकानों और एयरबेस को निशाना बनाया और उन्हें तबाह कर दिया. रूसी हमले का नतीजा ये हुआ कि कुछ ही घंटों के भीतर यूक्रेन की खुद की रक्षा करने की ताकत बेहद कम हो चुकी है, काउंटर अटैक करना उनके लिए बेहद मुश्किल हो रहा है.
होस्तोमेल में रूसी सेना के करीब 20 अटैक हेलिकॉप्टर्स ने किया हमला
यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी इलाके होस्तोमेल में रूसी सेना के करीब 20 अटैक हेलिकॉप्टर्स ने जबरदस्त हमला किया. हमले की वजह से शहर धुएं के गुबार से घिर गया. जानकारी के मुताबिक रूसी सेना के KA-52 हेलिकॉप्टर को कंधे पर रखकर चलायी जाने वाली मिसाइलों से मारा गया है. यही नहीं रूसी सेना की तरफ से क्रूज मिसाइलों से भी जबरदस्त हमला किया है. क्रूज मिसाइलों के हमले में यूक्रेन को जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा है. सेना के कई ठिकाने इसमें तबाह हुए हैं.
रूसी सेनाएं कैसे यूक्रेन में घुसीं
बेलारूस वाले रास्ते से रूसी सेनाओं ने लत्स्क, इवानो फ्रिंकवस्क और राजधानी कीव पर अटैक किया है. वहीं पूर्वी सीमा की तरफ से सबसे बड़ा हमला खारकीव पर किया गया है. इसके अलावा नीपरो, रामातोरस्क, मरियोपोल पर भी जमीनी और हवाई हमले किए गए हैं. हमले का तीसरा रास्ता क्रीमिया की तरफ से बताया जा रहा था. वहां से भी रूसी सेनाएं यूक्रेन में घुसी हैं. खेरसन और ओडेसा शहर उनके हमले की चपेट में आए हैं.