लोकतंत्र की जीत या न्यायिक हस्तक्षेप? सुप्रीम कोर्ट की बिल स्वीकृति पर नई समय सीमा

सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि उसने केवल संविधान के अनुच्छेद 200 और 201 की व्याख्या की है.
Source : PTI
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला एक ऐसी समस्या को लेकर था, जिसमें राज्यपाल और राष्ट्रपति राज्य विधानसभाओं द्वारा पास किए गए बिलों पर जल्दी फैसला नहीं लेते.
हाल ही में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने एक बहुत महत्वपूर्ण फैसला सुनाया. यह फैसला राज्य विधानसभाओं द्वारा पास किए गए बिलों पर राष्ट्रपति और राज्यपाल की भूमिका से संबंधित है. कई बार राज्यपाल और
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें





