अटल बिहारी वाजपेई से सुब्रमण्यम स्वामी की अदावत कब और कैसे से शुरू हुई?

स्वामी के मुताबिक मोरारजी चाहते थे कि कैबिनेट नें उन्हें पद मिले, लेकिन अटल ने वीटो लगा दिया. वाजपेई ने मोरारजी से कहा कि स्वामी को संगठन के कामों में लगाना है, इसलिए उन्हें कैबिनेट में न लिया जाए.

दो नेताओं के बीच अदावतों के कई किस्से सियासी गलियारों में चटखारे लेकर सुने और सुनाए जाते हैं. अदावत चाहे इंदिरा गांधी और मोरारजी देसाई की हो, चाहे मुलायम सिंह और मायावती की. सबने अपने-अपने

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