West Bengal Politics: ‘बंगाल में पाकिस्तान को पसंद करने वाली सरकार’, बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी पर किया हमला
Sukanta Majumdar Attack On Mamata Banerjee: बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में पाकिस्तान पसंद सरकार बैठी हुई है.
BJP Attack On Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल में मौजूदा सरकार पाकिस्तान प्रेमी है. इसीलिए राज्य में आईएसआई एजेंट रह रहे हैं और उन्हें सरकार का समर्थन मिला हुआ है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “बंगाल में पाकिस्तान को पंसद करने वाली सरकार यहां पर बैठी हुई है. इसलिए पाकिस्तान के लिए जो काम कर रहे हैं, आईएसआई एजेंट बगैरह यहां एपिक सेंटर बनाकर रह रहे हैं और देश विरोधी काम कर रहे हैं. इनको शह दे रही हैं हमारी मुख्यमंत्री और उनकी सरकार साथ ही टीएमसी पार्टी.”
सुवेंदु अधिकारी ने भी किया था हमला
इससे पहले बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश की तरह पश्चिम बंगाल में भी योगी आदित्यनाथ जैसा शख्स ही कानून व्यवस्था दुरुस्त कर सकता है. बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. पुलिस को महिलाओं की सुरक्षा के लिए बलात्कारियों का एनकाउंटर शुरू कर देना चाहिए.
#WATCH | West Bengal BJP president Sukanta Majumdar says, "The current government in West Bengal is a Pakistan-loving government. This is the reason why people working for Pakistan such as ISI agents are staying in West Bengal and using it as the epicentre to work against our… pic.twitter.com/MBRIKRQwOK
— ANI (@ANI) August 27, 2023
स्थापना दिवस को लेकर घमासान
इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के स्थापना दिवस के मुद्दे पर बीजेपी ने टीएमसी की आलोचना की. दरअसल, राज्य के स्थापना दिवस को 20 जून से बदलकर 15 अप्रैल करने के राज्य सरकार के प्रयास पर बीजेपी ममता सरकार पर हमलावर है. वहीं, ममता बनर्जी ने प्रस्तावित स्थापना दिवस पर चर्चा करने के लिए 29 अगस्त को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
बीजेपी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि इस साल राजभवन और उनकी पार्टी ने 20 जून को पश्चिम बंगाल का स्थापना दिवस मनाया था. उन्होंने कहा, ''हमें अभी यह फैसला लेना है कि हम सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे या नहीं. दूसरा, ये किस प्रकार की सर्वदलीय बैठक है जहां एक विधानसभा समिति ने पहले ही कुछ सिफारिश की है और सरकार उसके आधार पर मीटिंग बुला रही है? राज्य सरकार पहले ही इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का फैसला कर चुकी है और चाहती है कि विपक्ष इसका समर्थन करे.''
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