![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
अनजान कंपनी ने अखबारों में विज्ञापन देकर देश में 500 बिलियन डॉलर निवेश की पेशकश की, पीएम मोदी से की ये अपील
अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन देकर भारत में 500 बिलियन डॉलर का निवेश करने की इच्छुक कंपनी लैंडोमस रियल्टी वेंचर के बेंगलुरु का जो एड्रेस दिया गया है, वहां कोई एचआईवी टेस्टिंग लैब है.
![अनजान कंपनी ने अखबारों में विज्ञापन देकर देश में 500 बिलियन डॉलर निवेश की पेशकश की, पीएम मोदी से की ये अपील Unknown company offering $ 500 billion investment in India by advertising in newspapers ann अनजान कंपनी ने अखबारों में विज्ञापन देकर देश में 500 बिलियन डॉलर निवेश की पेशकश की, पीएम मोदी से की ये अपील](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/05/24/eb8ee8caff4d5907f80c042c932baef9_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
बेंगलुरु: लैंडोमस रियल्टी वेंचर्स Inc नाम की कंपनी ने आज अखबारों में विज्ञापन देते हुए पीएम से अपील की कि वह भारत सरकार की महत्वाकांक्षी नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (NIP) और नॉन एनआईपी में 500 बिलियन डॉलर का निवेश करना चाहती है. जिस प्रकार से कंपनी ने अपनी इच्छा व्यक्त की है और भारत के दो सबसे बड़े प्रकाशनों, इकोनॉमिक टाइम्स और टाइम्स ऑफ इंडिया में फ्रंट पेज पर विज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की, उसने हर किसी को हैरान कर दिया है.
अखबारों में विज्ञापन के ज़रिए प्रकाशित हुई इस अपील पर लैंडोमस ग्रुप के चेयरमैन के तौर पर प्रदीप कुमार एस का नाम लिखा हुआ है. साथ ही कंपनी का कहना है कि भारत को महामारी मुक्त बनाने के लिए एक ठोस योजना है और वो सरकार के समक्ष योजना पेश करने का अवसर चाहती है.
एबीपी न्यूज़ ने जब इस कंपनी के बारे में अधिक जानकारी जुटाने की कोशिश की तो इसका पता बेंगलुरु का मिला. अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन देकर भारत में 500 बिलियन डॉलर का निवेश करने की इच्छुक कंपनी लैंडोमस रियल्टी वेंचर के बेंगलुरु का जो एड्रेस दिया गया है, वहां कोई एचआईवी टेस्टिंग लैब है. यानी कंपनी वहां मौजूद ही नहीं है. कंपनी का पता एमजी रोड के पास डिकेंसन रोड में मणिपाल सेंटर का दिया गया है.
एबीपी न्यूज़ ने जब वहां जाकर इस कंपनी के बारे में पूछताछ की तो जवाब मिला कि यहां पूरे सेंटर में ऐसी कोई कंपनी है ही नहीं. जिसके बाद एबीपी न्यूज़ S-415 पहुंचा, जहां किसी और कंपनी का ऑफिस मिला.
गरीब राज्यों पर फ्री वैक्सीन का बोझ: इन आठ राज्यों को खर्च करना पड़ सकता है स्वास्थ्य बजट का 30%
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)