पटनाः भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष और सासंद तेजस्वी सूर्या ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एबीपी न्यूज़ से बातचीत में युवाओं को बिहार का ताकत बताया. सूर्या ने कहा कि कोविड के समय में होने वाले चुनाव में डिजिटल रूप में चीजों का इस्तेमाल बढ़ा है. इसके साथ ही उन्होंने बिहार चुनाव से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी राय रखी.


सीएम पद की रेस में तेजस्वी यादव


सूर्या ने कहा कि बीजेपी के हर मोर्चे पर कार्यकर्ता नीचे से उठे हैं. ज़मीन से जुड़े हैं. कोई प्रिंस नहीं है, यही फ़र्क़ विपक्ष के युवा में और बीजेपी के युवाओं में और कार्यकर्ताओं में है.


10 लाख नौकरी देने का मुद्दा


10 लाख नौकरी देने के विपक्ष के ऐलान पर कहा कि ऐसा वादा वही कर सकता है जिसने एक दिन भी ईमानदारी से, मज़दूरी से नहीं कमाया हो. वास्तविकता से डिसकनेक्ट लोग ही ऐसी बात करते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के आने के बाद जो युवराज बेरोज़गार हो गए, जिनकी पॉलिटिकल बेरोज़गारी हो गयी, उन्हें दर्द हो रहा है.


15 साल बनाम 15 साल


सूर्या के अनुसार, इन 15 सालों में हमने ग़लतियां सुधारी हैं. आज अगर सड़कों पर जाएंगे तो विकास दिखता है. इसमें रुकावट नहीं आयी है. चीज़ें सही करने में वक़्त लगता है. बिहार में विपक्ष ने जो 15 साल में किया उससे यहां के लोग 50 साल पीछे चले गए थे और इसलिए आज का युवा साल साल गंवाने की गलती नहीं कर सकता है. मुस्लिम विरोधी छवि के सवाल पर सूर्या ने कहा कि जो काम हुआ है उस पर बात होगी. बिहार में जो काम हुए हैं, वो सिर्फ़ हिंदुओं के लिए नहीं हैं. सबके लिए हैं."


चिराग पासवान मेरे अच्छे दोस्त


तेजस्वी सूर्या ने कहा कि चिराग पासवान अच्छे दोस्त हैं और गठबंधन के लोग इस पर फ़ैसला लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी देश की एकमात्र पार्टी है जो युवाओं के हित में सोचती है. बाक़ी पार्टियां कहती हैं कि आज का युवा कल का भविष्य है. पीएम नरेंद्र मोदी कहते हैं कि आज का युवा आज का ही नेता है. उनको मौक़ा देना है. 21वीं सदी है यह और ये लालटेन युग नहीं है.


महाराष्ट्र कांग्रेस की तरफ से गुप्तेश्वर पांडेय को लेकर दिए बयानों पर उन्होंने कहा कि वे सिर्फ ट्विटर पर चलते हैं. बिहार में कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा. वोटर का मन कहीं से प्रभावित नहीं है. इसलिए फर्क नहीं पड़ेगा.


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