प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना हुआ तीन गुना खर्चीला, क्या इस हिसाब से बढ़ी सैलरी?

भारत सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई कदम उठाए हैं, जैसे कि “राइट टू एजुकेशन” (RTE) अधिनियम. हालांकि, यह अधिनियम केवल सरकारी स्कूलों के लिए लागू है, प्राइवेट स्कूलों पर इसका कोई असर नहीं है.

पिछले कुछ सालों में प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की शिक्षा का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है, और इसका असर मिडिल क्लास और निम्न-मध्यम वर्गीय परिवारों पर गहरा पड़ रहा है. पहले जहां स्कूल फीस परिवार

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