कोरोना संक्रमण की समीक्षा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की. पीएम मोदी ने इस बातचीत के दौरान कोरोना की रोकथाम में केंद्र और राज्यों के समन्वय की तारीफ की. इस बैठक को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने पीएम मोदी पर गैर बीजेपी शासित राज्यों के साथ अलग रवैया रखने का आरोप लगाया. 


संजय राउत ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बताया गया था कि पीएम मोदी कोविड पर बैठक करेंगे. लेकिन मीटिंग के दौरान उन्होंने ट्रैक बदलते हुए पेट्रोल-डीजल पर चर्चा शुरू की और गैर बीजेपी राज्यों के सीएम पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, पीएम मोदी का ऐसा करना बिल्कुल ठीक नहीं था. उनसे ऐसा करने की उम्मीद नहीं थी लेकिन सीएम उद्धव ठाकरे और ममता बनर्जी ने उन्हें इसका जवाब दिया. संजय राउत ने आगे कहा पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, गैर बीजेपी शासित राज्यों के लिए पीएम मोदी का रवैया अलग है और बीजेपी शासित राज्यों के लिए अलग.


बैठक में उठा पेट्रोल के दाम मुद्दा


दरअसल, कल बैठक में पीएम मोदी ने यूरोप का हवाला देते हुए कोरोना को लेकर सतर्क रहने को भी कहा. वैसे तो पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ यह बैठक कोरोना पर केंद्रित थी, लेकिन पेट्रोल पदार्थों की दर में असमानता की वजह से यहां मुद्दा गर्म हो गया. पीएम मोदी ने राज्यों से वैट की दरों को कम करने का आग्रह किया, ताकि देश में एक ही कीमत पर लोगों को पेट्रोल और डीजल मिल सके. साथ ही महाराष्ट्र सहित तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल,तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और झारखंड पर किसी न किसी न कारण से केंद्र की बात न मानने का आरोप भी लगाया.


कोरोना के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर बेहतरीन काम कियाः पीएम 


पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर काम किया. उसने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है. ये स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है. ओमिक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गंभीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं. ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं. हमारे देश में काफी लंबे समय के बाद स्कूल खुले हैं. ऐसे में कोरोना केस के बढ़ने से परिजनों की चिंता बढ़ रही है. कुछ स्कूलों से बच्चों के संक्रमित होने की खबरें आ रही हैं. पीएम मोदी ने वैक्सीनेशन को लेकर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा, मार्च में हमने 12-14 वर्ष के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरु कर दिया था. कल 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भी को-वैक्सीन टीके की अनुमति मिल गई है. सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है. इसके लिए पहले की तरह स्कूलों में विशेष अभियान चलाने की जरूरत भी होगी.   


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