जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद फरोख्त) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘कल रात से जब से विधानसभा सत्र बुलाने की घोषणा हुई है, राजस्थान में खरीद-फरोख्त (विधायकों की) का ‘रेट’ बढ़ गया है. इससे पहले पहली किश्त 10 करोड़ और दूसरी किश्त 15 करोड़ रुपये थी. अब यह असीमित हो गई है. सब लोग जानते हैं कौन लोग खरीद-फरोख्त कर रहे हैं.’’


उन्होंने बीएसपी प्रमुख मायावती पर हमला करते हुए कहा कि वह मजबूरी में बयान दे रही हैं. उनकी शिकायत वाजिब नहीं है. छह बीएसपी विधायक अपने विवेक से कांग्रेस में शामिल हुए हैं.


मुख्यमंत्री ने बागी विधायकों के विधानसभा सत्र में शामिल होने को लेकर कहा, ''मैं अब भी चाहता हूं कि जो असंतुष्ट विधायक कांग्रेस के सिंबल पर चुने गए हैं, वे विधानसभा सत्र में भाग लें. यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि वे जनता के सामने सरकार के साथ खड़े दिखाई दें.''


बता दें कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य विधायकों ने गहलोत सरकार की मुश्किलें तब बढ़ा दी थी जब वे पार्टी के संपर्क से बाहर हो गए. सभी विधायक दिल्ली-एनसीआर के होटलों में ठहरे हैं. इस बीच अब 14 अगस्त को विधानसभा सत्र बुलाया गया है.


बता दें कि बुधवार को राज्यपाल ने कैबिनेट के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. कैबिनेट ने 14 अगस्त से सत्र बुलाए जाने का प्रस्ताव भेजा था. इसी के साथ लंबे समय से राज्यपाल और गहलोत सरकार के बीच चल रहा टकराव खत्म हो गया.


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