Rajasthan: राजस्थान में इस साल मानसून की बारिश कहर बनकर टूट रही हैं. अब तक यहां तेज बारिश के चलते हुई घटनाओं में 80 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 55 लोग घायल हो चुके हैं. राज्य सरकार के अधिकारियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने इसको लेकर अपनी रिपोर्ट पेश की. जिसके बाद गहलोत ने मृतकों के आश्रितों को 5 लाख और घायलों को 2 लाख की सहायता राशि देने का एलान किया है. 


आंकड़ों की बात करें तो, इस मानसून की बारिश में अब तक सबसे ज्यादा मौत बूंदी में दर्ज की गई है. यहां 16 लोगों की मौत हुई है. इसके बाद राजधानी जयपुर में 15 लोगों ने बारिश के चलते हुई अलग अलग घटनाओं में अपनी जान गंवाई है. बता दें कि, जयपुर में आमेर फ़ोर्ट के पास आकाशीय बिजली गिरने के चलते 11 लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा टोंक में आठ, कोटा में छह और सवाई माधोपुर में चार लोगों की मौत हुई है. राज्य के अन्य 19 जिलों में ब्रैश के चलते हुई घटनाओं में 1 से लेकर 3 लोगों की मौत हुई है. 


आमतौर पर 6 अगस्त तक राजस्थान में हर साल औसतन 291.49 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है. हालांकि इस साल ये आंकड़ा 12.3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 327.21 मिलीमीटर दर्ज किया गया है. 


125 जानवरों की भी हो चुकी है मौत 


सरकारी अधिकारियों के अनुसार इस साल अब तक बारिश के चलते हुई अलग अलग घटनाओं में 125 मवेशी-जानवरों की भी मौत हुई है. साथ ही कई घर भी इस बारिश के चलते ध्वस्त हुए हैं. 


150 से ज्यादा लोगों को किया गया रेस्क्यू 


वहीं शनिवार को कोटा के संगोड़ क्षेत्र में आर्मी के जवानों की मदद से 150 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. भारी बारिश के चलते खतरे के निशान से ऊपर बह रहे भीमसागर डैम के गेट खोलने के बाद से कई गांवों में बाढ़ के हालात बन गए हैं जिसके बाद से यहां ये रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. SDRF और अन्य बचाव दलों ने अब तक हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है जिनमें से ज्यादातर हदोती क्षेत्र से हैं जो कि तेज बारिश के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित है. 


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