Mann Ki Baat Highlights: मन की बात कार्यक्रम पर लगा तीन महीने का ब्रेक, पीएम मोदी ने बताई ये वजह
Mann Ki Baat Highlights: इसका प्रसारण 22 भारतीय भाषाओं के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी होता है. विदेशी भाषाओं में फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी शामिल हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 110वें एपिसोड के समापन के दौरान बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अगले तीन महीने तक मन की बात का प्रसारण नहीं किया जाएगा.
पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से रिकॉर्ड संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की.
पीएम मोदी ने मौजूदा समय में कंटेंट क्रिएशन में युवाओं की बढ़ती दिलचस्पी पर भी बात की. उन्होंने कहा कि आज जिसके पास भी मोबाइल है, वह कंटेंट क्रिएटर बन गया है. ऐसे में सोशल मीडिया ने काफी मदद की है. आज कई युवा अलग-अलग क्षेत्रों में कंटेंट बना रहे हैं. हमने mygov पर इसे लेकर नेशनल क्रिएटर अवॉर्ड प्रतियोगिता शुरू की है.
पीएम ने बिहार के भोजपुर में रहने वाले भीमसेन का भी जिक्र किया. भीमसेन मुसहर जाति के लिए काम करते हैं. पीएम ने कहा कि मुसहर जाति काफी पिछड़ा है. इन्होंने इनकी शिक्षा के लिए काम किया. इनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए इस जाति के 8 हजार बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया. एक बड़ी लाइब्रेरी भी बनवाई. ये अपने समुदाय के जरूरी डॉक्युमेंट्स बनवाने और फॉर्म भरवाने में मदद करते हैं. इन्होंने इस जाति के लिए 100 से अधिक मेडिकल कैंप लगवाए हैं.
पीएम मोदी ने जानवरों के संरक्षण में तकनीकी एकीकरण पर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए टेक्नोलॉजी का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है. ओडिशा के कालाहांडी में बकरी पालन गांव के लोगों की आजीविका के साथ-साथ उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने का एक प्रमुख साधन बन रहा है. उन्होंने इस प्रयास के पीछे जयंती महापात्रा और उनके पति वीरेंद्र साहू की भी सराहना की.
पीएम मोदी ने कहा, ''हम हजारों वर्षों से प्रकृति और वन्य जीवन के साथ सह-अस्तित्व की भावना से रह रहे हैं. आप स्वयं इसका अनुभव कर पाएंगे. यदि आप कभी महाराष्ट्र के मेलघाट टाइगर रिजर्व जाएंगे तो इसे देखेंगे. इस टाइगर रिजर्व के पास खटकाली गांव में रहने वाले आदिवासी परिवार के लोगों ने सरकार की मदद से अपने घरों को होमस्टे में बदल दिया है,"
वन्य जीव संरक्षण और इको टूरिज्म के लिए नए-नए इनोवेशन ला रहे हैं. उत्तराखंड के रुड़की में रोटर प्रीसीशन ग्रुप ने वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सहयोग से ऐसा ड्रोन तैयार किया है. जिससे नदी में घड़ियालों पर नजर रखने में मदद मिल रही है. इसी तरह बेंगलुरु की एक कंपनी ने बगीरा और गरुड़ नाम का एक ऐप तैयार किया है. बगीरा ऐप से जंगल सफारी के दौरान वाहनों की स्पीड और अन्य गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं. इसका इस्तेमाल कई जगह किया जा रहा है. वहीं, गरुड़ ऐप की मदद से रियल टाइम अलर्ट मिलता है. इस तरह के इनोवेशन से हमारी जैव विविधता और संपन्न हो रही है.
पीएम मोदी ने बताया कि देश में सरकार के प्रयासों से बाघों की संख्या बढ़ी है. महाराष्ट्र के चंद्रपुर टाइगर रिजॉर्ट में बाघों की संख्या 250 से ज्यादा हो गई है. चंद्रपुर जिले में इंसान और बाघों के बीच संघर्ष को कम करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ली जा रही है. यहां गांव और जंगल की सीमा में कैमरे लगाए गए हैं. जब भी कोई बाघ गांव की सीमा में आता है तो लोगों को एआई की मदद से अलर्ट मिल जाता है. 13 गांवों में इस व्यवस्था से लोगों को बहुत सुविधा हो गई है. बाघों को भी सुरक्षा मिली है.
पीएम मोदी ने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों में नारी शक्ति की सफलता प्रेरक है. आज हम सब के जीवन में टेक्नोलॉजी का महत्व बढ़ गया है. हम सबकी जिंदगी में ये अहम हिस्सा बन चुकी है, लेकिन क्या आफ कल्पना कर सकते हैं कि डिजिटल जगत की मदद से वन्य जीवन के जीवों के साथ भी तालमेल बैठाने में मदद मिल रही है. उन्होंने 3 मार्च को विश्व वन्य जीव दिवस का जिक्र किया और बताया कि इस साल इसका थीम डिजिटल इनोवेशन है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में खेती में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर भी बात की. उन्होंने सीता देवी का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे तकनीकी प्रगति खेती के तरीकों को बदल रही है. कृषि पद्धतियों में ड्रोन के क्रांतिकारी प्रभाव पर भी पीएम ने प्रकाश डाला.
पीएम ने महाराष्ट्र की कल्याणी प्रफुल्ल पाटिल से बातचीत करते हुए प्राकृतिक खेती के बारे में जानने की कोशिश की. पीएम ने प्रफुल्ल पाटिल से जल संरक्षण पर भी बात की. प्रफुल्ल ने बताया कि वह कैसे पानी का संरक्षण कर रही हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि देश में कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां महिलाएं पीछे रह गई हों. ऐसा ही क्षेत्र है प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और स्वच्छता. केमिकल से हमारी धरती मां को जो पीड़ा हो रही है, उससे धरती को बचाने में हमारी मातृ शक्ति अहम भूमिकाएं निभा रही हैं. इसी के तहत पानी समिति काम कर रही है. इसका नेतृत्व महिलाएं ही कर रही हैं. पहले भी महिलाएं जल संरक्षण के लिए काम करती थीं.
ड्रोन दीदी ने बताया कि कैसे ड्रोन के जरिये खेती को वह आसान बना रही हैं. कैसे इसकी मदद से फसल को कीड़ों से बचा रही हैं. किसान भी अब इसके फायदे समझने लगे हैं. ड्रोन को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है. कई बड़े किसान भी नंबर ले जाते हैं ऐसा शुरू करने के लिए.
पीएम ने ड्रोन दीदी से मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत की. उन्होंने इस कार्यक्रम में ड्रोन दीदी को जोड़ा. वह सीधे उनसे सवाल कर रहे हैं. पीएम उनसे समझ रहे हैं कि आखिर कैसे वह ड्रोन तक पहुंचीं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने मनी की बात का 110वां एपिसोड शुरू किया. पीएम ने लोगों से मिले कई सुझावों का भी जिक्र किया.
बैकग्राउंड
Mann Ki Baat Highlights: गुजरात दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी आज (25 फरवरी) सुबह 11 बजे से मन की बात कार्यक्रम शुरू किया. यह मन की बात का 110वां एपिसोड है. इस साल का यह दूसरा एपिसोड है. जनवरी में हुए मन की बात कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में बने राम मंदिर और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर बात की थी. तब उन्होंने फर्स्ट टाइम वोटर्स को संबोधित करते हुए उनसे अपना नाम वोटर लिस्ट में दर्ज कराने की अपील भी की थी.
बता दें कि पीएम के इस कार्यक्रम का प्रसारण 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी किया जाता है. विदेशी भाषाओं में फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं.
पहले कार्यकाल में किया था शुरू
पीएम ने इस कार्यक्रम की शुरुआत अपने पहले कार्यकाल में 2014 में किया था. मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था और यह 14 मिनट का था. हालांकि जून 2015 में इसे 15 मिनट की जगह 30 मिनट का कर दिया गया था.
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