Parliament Security Breach: संसद सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस की जांच में क्यों हो रही देरी? कोर्ट में बताई ये वजह
Delhi Police: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक की घटना सामने आई थी. इस मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने तीन महीने का और समय मांगा है.
Delhi Police on Parliament Security Breach: दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में अपनी जांच पूरी करने के लिए कोर्ट का रुख कर किया है. साथ ही कोर्ट से और समय देने का अनुरोध करते हुए कहा कि कुछ रिपोर्टों का इंतजार किया जा रहा है और डिजिटल डेटा बड़ी मात्रा में है. दिल्ली पुलिस ने अतिरिक्त सत्र जज हरदीप कौर से मामले की जांच पूरी करने के लिए और तीन महीने का समय देने का अनुरोध किया.
कोर्ट ने 11 मार्च तक मांगा जवाब
जस्टिस ने अर्जी पर जेल में बंद आरोपियों नीलम आजाद, मनोरंजन डी, सागर शर्मा, ललित झा, अमोल शिंदे और महेश कुमावत को नोटिस जारी कर 11 मार्च तक जवाब मांगा है. संसद पर 2001 में आतंकवादी हमले की बरसी पर सुरक्षा चूक के बड़े मामले में दो व्यक्ति सागर शर्मा और मनोरंजन डी पिछले साल 13 दिसंबर को शून्यकाल के दौरान सार्वजनिक दीर्घा से लोकसभा सदन में कूद गए और एक पीली गैस छोड़ी. सांसदों की ओर से पकड़े जाने से पहले उन्होंने केन फेंकी और नारे लगाए.
संसद के बाहर भी नारे लगाते हुए किया था गैस छिड़काव
उसी समय दो अन्य आरोपियों अमोल शिंदे और नीलम आजाद ने भी संसद परिसर के बाहर तानाशाही नहीं चलेगी नारे लगाते हुए केन से रंगीन गैस का छिड़काव किया था. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक की घटना सामने आई थी.
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कहा था, "इन सभी आरोपियों का असल मकसद अभी पता करना है, कुछ सबूत हमें मिले हैं. सोशल मीडिया अकाउंट्स को स्पेशलाइज्ड लोगों द्वारा चेक कराना है. जो सबूत मिले है, उनसे क्रॉस वैरिफाई करना है." संसद भवन के अंदर कूदने वाले सागर शर्मा और मनोरंजन डी को वहां मौजूद सांसदों पकड़कर पीटने लगे और फिर पुलिस को हवाले कर दिया. इन सभी आरोपियों के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम या यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया था.
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