एक्सप्लोरर

2024 Election: हर पंचायत में PACS का गठन, बड़े सहकारी संगठनों में पारदर्शिता... जानें क्या है मोदी सरकार का लक्ष्य

PM Modi: मोदी सरकार सहकारिता क्षेत्र में बदलाव की योजना पर काम कर रही है. बीते दिन हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में देशभर में फिलहाल कार्यरत करीब 63000 पैक्स के कंप्यूटरी करण का फैसला किया गया.

PM Modi: मोदी सरकार सहकारिता क्षेत्र में आमूल चूल बदलाव की योजना पर काम कर रही है. बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक (Union Cabinet Meeting) में देशभर में फिलहाल कार्यरत करीब 63000 पैक्स (Primary Agriculture Credit Society यानि प्राथमिक कृषि ऋण सोसाइटी) के कंप्यूटरी करण का फैसला किया गया. इसके लिए करीब 2500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. 

कैबिनेट के फैसले के मुताबिक हर पैक्स को इस काम के लिए करीब 4 लाख रुपए मिलेंगे, जिसमें 75 फ़ीसदी हिस्सा केंद्र सरकार का होगा. केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि इस फैसले से लगभग 13 करोड़ छोटे व सीमांत किसान लाभांवित होंगे और इस डिजिटल युग में PACS कंप्‍यूटरीकरण का निर्णय इनकी पारदर्शिता, विश्वसनीयता व कार्य क्षमता को बढ़ाएगा. 

करीब 13 करोड़ किसान इसके सदस्य हैं

पैक्स देश में अल्पकालिक सहकारी ऋण की त्रिस्तरीय व्यवस्था में सबसे निचले स्तर की इकाई है जो ज़्यादातर छोटे और सीमांत किसानों को ऋण देती है. करीब 13 करोड़ किसान इसके सदस्य हैं और यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास की एक अहम कड़ी साबित हो सकती है. इसके महत्व का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि हर पैक्स में 5-10 लोगों को रोजगार देने की क्षमता होती है. 

हालांकि सरकार के सूत्रों का कहना है कि सहकारिता क्षेत्र में सुधार की ये शुरुआत है. इसमें पैक्स को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने की भी योजना है. सूत्रों के मुताबिक़ 2025-26 तक देशभर में पैक्स की संख्या 3 लाख करने की है जो वर्तमान में महज 63000 है. हालांकि अधिकारियों को उम्मीद है कि 2024 तक तीन लाख पैक्स के गठन के लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि देशभर में पैक्स को एक सफ़ल आंदोलन बनाने के लिए एक मॉडल क़ानून बनाया जा रहा है जिससे पैक्स का कामकाज पूरे देश में एक समान चल सकेगा. इस मॉडल कानून को जल्द ही राज्यों के साथ साझा किया जा सकेगा ताकि राज्य इसे लागू कर सकें. संविधान के मुताबिक सहकारिता का विषय राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आता है लिहाज़ा केंद्र सरकार सीधे तौर पर क़ानून नहीं बना सकती. 

 मंत्रालय सहकारिता क्षेत्र में लगातार बदलाव की तैयारी कर रहा

इस मॉडल कानून में पैक्स के कामकाज को और विस्तार दिए जाने का प्रावधान किया गया है. इनमें बैंक मित्र बनाने, कोल्ड स्टोरेज चलाने, सरकारी राशन की दुकान चलाने और कॉमन सर्विस सेंटर चलाने जैसे काम शामिल किए गए हैं. वर्तमान क़ानूनी प्रावधान पैक्स को ऐसे अन्य काम करने की इजाज़त नहीं देते हैं. पिछले साल ही सहकारिता विभाग को कृषि मंत्रालय से हटाकर एक नए मंत्रालय के तौर पर स्थापित किया गया और गृह मंत्री अमित शाह को इसका मंत्री बनाया गया तभी से मंत्रालय सहकारिता क्षेत्र में लगातार बदलाव और सुधार की तैयारी कर रहा.

इसी क्रम में मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी संशोधन क़ानून 2002 में भी बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक़ जल्द ही इसका मसौदा जारी किया जाएगा. कानून में बदलाव का उद्देश्य बड़े बड़े कोऑपरेटिव इकाइयों में आधुनिकीकरण और पारदर्शिता लाना है. ऐसी करीब 1300 इकाइयां देश में कार्यरत हैं जिनमें बड़ी संख्या महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में हैं. इसके अलावा सरकार राष्ट्रीय सहकारिता नीति और एक सहकारिता विश्वविद्यालय के गठन की भी योजना बना रही है. सहकारिता नीति में सहकारिता क्षेत्र में निवेश और इज ऑफ डूइंग बिजनेस से जुड़े विषय शामिल किए जाएंगे. 

यह भी पढ़ें.

Maharashtra Politics: सुप्रीम कोर्ट में ऐसा क्या हुआ कि सिर्फ 30 मिनट बाद उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से दिया इस्तीफा

'मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा...' उद्धव सरकार गिरने के बाद फडणवीस का पुराना ट्वीट हो रहा वायरल

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से होगा शुरू, SIR को लेकर हंगामे के आसार
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से होगा शुरू, SIR को लेकर हंगामे के आसार
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल

वीडियोज

Triumph Thruxton 400 Review | Auto Live #triumph
Royal Enfield Goan Classic 350 Review | Auto Live #royalenfield
Hero Glamour X First Ride Review | Auto Live #herobikes #heroglamour
जानलेवा बॉयफ्रेंड की दिलरूबा !
Toyota Land Cruiser 300 GR-S India review | Auto Live #toyota

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से होगा शुरू, SIR को लेकर हंगामे के आसार
यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से होगा शुरू, SIR को लेकर हंगामे के आसार
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल
शुभमन गिल को टी20 टीम में होना चाहिए या नहीं? ये क्या कह गए गुजरात टाइटंस के कोच आशीष नेहरा; जानें क्या बोले
शुभमन गिल को टी20 टीम में होना चाहिए या नहीं? ये क्या कह गए गुजरात टाइटंस के कोच आशीष नेहरा; जानें क्या बोले
कमाई अच्छी है लेकिन बचत नहीं हो रही? तो फिर ये स्मार्ट तरीके अपनाएं
कमाई अच्छी है लेकिन बचत नहीं हो रही? तो फिर ये स्मार्ट तरीके अपनाएं
नैनीताल बैंक में नौकरी का सुनहरा मौका! 185 पदों पर भर्ती, आज शुरू हुए आवेदन
नैनीताल बैंक में नौकरी का सुनहरा मौका! 185 पदों पर भर्ती, आज शुरू हुए आवेदन
ये थी इस साल की सबसे हाई प्रोफाइल शादी, हर इवेंट में पानी की तरह बहाया पैसा
ये थी इस साल की सबसे हाई प्रोफाइल शादी, हर इवेंट में पानी की तरह बहाया पैसा
Embed widget