Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से जिस हिसाब से ताबड़तोड़ रैलियां, सभाएं और कार्यक्रम किए जा रहे हैं, उन्हें देखकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि इस बार भी बड़े स्तर पर चुनावी समर के दौरान मोदी लहर देखने को मिल सकती है. हालांकि, रविवार (10 मार्च, 2024) को जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद से जब इस बारे में सवाल हुआ तो उन्होंने इस बारे में स्पष्ट जवाब दिया. वह बोले कि फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि मोदी लहर का जम्मू-कश्मीर में कोई असर होगा या नहीं.


श्रीनगर में डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के नेता ने मीडिया वालों को यह भी बताया- हर पार्टी (चाहे वह राष्ट्रीय पार्टी हो या क्षेत्रीय) को जम्मू-कश्मीर पर शासन का मौका मिला है. इससे अब लोगों के लिए ऐसी सरकार चुनना आसान हो गया है जो उनके लिए काम करेगी.


DPAP को BJP की B-टीम बताने पर क्या कहा?


गुलाम नबी आजाद ने इस दौरान डीपीएपी को बीजेपी की 'बी टीम' कहे जाने के आरोपों को लेकर भी जवाब दिया. वह बोले कि उनके आलोचक पूर्व में बीजेपी से जुड़े रहे हैं. जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम के मुताबिक, "जो लोग हमें भाजपा की 'बी टीम' कहते हैं, वे उनके साथ थे, वे भाजपा की 'ए टीम' थे. एक नेता ने तो सियासी करियर की शुरुआत भाजपा सरकार में मंत्री के तौर पर की थी. मैं न तो भाजपा में मंत्री या मुख्यमंत्री के रूप में था और न ही मुझे भाजपा ने मदद की थी."


अरुण गोयल के इस्तीफे पर बोले- EC के काम पर...


चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के पद से इस्तीफा देने के मामले पर उन्होंने बताया, ऐसा पहली बार नहीं है कि जब भारत में किसी अधिकारी ने इस्तीफा दिया दो पर निर्वाचन आयोग के लिए यह नया हो सकता है. कई सीनियर अफसरों ने राजनीति में शामिल होने के लिए पदों से इस्तीफा दिया है. मुझे नहीं लगता कि इसका देश की राजनीति या निर्वाचन आयोग के कामकाज पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)