Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का उत्तर प्रदेश के रायबरेली का दौरा चर्चा का विषय बन गया. जिस चुनावी रैली को अमित शाह संबोधित करने पहुंचे थे उसमें एक पत्रकार के साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगा है. 


दरअसल, आरोप है कि चुनावी सभा के दौरान महिलाओं ने एक पत्रकार को बताया कि उन्हें पैसे देकर रैली में लाया गया. जब पत्रकार ने यह बात रिकॉर्ड कर ली. इस बात से नाराज होकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पत्रकार की पिटाई कर दी. अब कांग्रेस की तरफ से इस कृत्य को शर्मनाक बताते हुए कहा गया है कि अब अन्याय का अंत होने को है.


कांग्रेस शेयर किया घटना का वीडियो

केंद्रीय गृहमंत्री की रैली में हुई मारपीट की इस घटना को कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया में वीडियो शेयर किया है. वीडियो में दिख रहा है कि पत्रकार बुरी तरह से घायल हुआ स्ट्रेचर पर पड़ा है. कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर करते हुए लिखा, "यूपी के रायबरेली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की एक रैली थी. इस दौरान यहां मौजूद महिलाओं ने एक पत्रकार को बताया कि उन्हें पैसे देकर रैली में लाया गया है. जब पत्रकार ने यह बात रिकॉर्ड कर ली तो नाराज बीजेपी के गुंडों ने पहले तो पत्रकार को पीटा और बाद में इस वीडियो को डिलीट करने के लिए कहा."


'BJP के लोग सामने दिख रही हार से बौखला गए'


कांग्रेस के पोस्ट में आगे कहा गया, "इसके साथ ही पत्रकार से रुपए भी छीन लिए. हाल ही में बीजेपी के गुंडों ने अमेठी के कांग्रेस कार्यालय के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमला किया था. ये घटनाएं बता रही हैं कि बीजेपी के लोग सामने दिख रही हार से बौखला चुके हैं. अब अन्याय का अंत होने को है."






गृहमंत्री भाषण देते रहे और पुलिस मूकदर्शक बनी रही- प्रियंका गांधी


इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स पर लिखा, "रायबरेली में गृहमंत्री जी की सभा में बीजेपी के लोगों ने मोलिटिक्स वेबसाइट के पत्रकार राघव त्रिवेदी को बेरहमी से पीटा. गृहमंत्री जी भाषण देते रहे और पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही. पत्रकार को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्होंने कुछ महिलाओं से बात की थी जो कह रही थीं कि सभा में आने के लिए उन्हें पैसे दिए गए."


BJP को बर्दाश्त नहीं है कि कोई आवाज उठे- प्रियंका गांधी


प्रियंका गांधी ने आगे कहा, "पूरे देश के मीडिया का मुंह बंद कर देने वाली बीजेपी को यह बर्दाश्त नहीं है कि उनके खिलाफ कहीं कोई आवाज उठे. संविधान खत्म करने का अभियान चला रही बीजेपी इस देश से लोकतंत्र को खत्म कर जनता की आवाज छीन लेना चाहती है."


ये भी पढ़ें: Election Fact Check: क्या सच में केरल में भीड़ ने किया तिरंगे का अपमान, जानिए क्या है वायरल वीडियो की हकीकत