कोल्हापुरी चप्पल: असंगठित मजूदरों के कंधों पर टिका है सदियों पुराना बिजनेस

कोल्हापुरी चप्पल को सबसे पहली बार 13वीं शताब्दी में बनाया गया था. उस दौर से ही हस्तकला का यह खूबसूरत नमूना साल दर साल, पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता गया.

“…ये है कोल्हापुरी चप्पल, नंबर- नौ, देखने में नौ और फटके में सौ.” साल 1979 में अमिताभ बच्चन की एक फिल्म सुहाग का ये डायलॉग आज भी उतना ही मशहूर है जितना उस वक्त हुआ था. फिर चाहे राजनीति में

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