Chandrayaan-3 Launch Today: भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का काउंटडाउन शुरू हो गया है. ‘चंद्रयान-3’ मिशन आज (शुक्रवार) दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर श्रीहरिकोटा स्थित केंद्र से लॉन्च किया जाएगा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख एस सोमनाथ ने ‘चंद्रयान-3’ मिशन के लॉन्च होने से एक दिन पहले गुरुवार 13 जुलाई को सुल्लुरपेटा स्थित श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की. काली टी-शर्ट पहने सोमनाथ ने श्रीहरिकोटा से 22 किलोमीटर पश्चिम में तिरुपति जिले में स्थित मंदिर में पूजा की. 


‘चंद्रयान-3’ मिशन आंध्र प्रदेश के  श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से किया जाएगा. सोमनाथ ने पूजा करने के बाद कहा, 'मुझे चेंगलम्मा देवी के आशीर्वाद की जरूरत है...मैं यहां प्रार्थना करने और इस मिशन की सफलता के लिए आशीर्वाद लेने आया हूं.' 


 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरेगा चंद्रयान-3!
अंतरिक्ष विभाग के सचिव और अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष सोमनाथ ने कहा, ‘चंद्रयान-3’ को शुक्रवार 14 जुलाई के दिन दोपहर 2:35 बजे लॉन्च किया जाएगा. हम उम्मीद कर रहे हैं कि सब कुछ ठीक रहेगा और यह 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरेगा.' सोमनाथ के अनुसार, इसरो का अगला लॉन्च करने का प्रोग्राम जुलाई के अंत में पीएसएलवी (Polar Satellite Launch Vehicle) के जरिए एक कमर्शियल सैटेलाइट का होगा.  उन्होंने यह भी कहा कि सूर्य का अध्ययन करने के लिए भारत का अंतरिक्ष आधारित पहला मिशन ‘आदित्य-एल1’ अगस्त में लॉन्च कर सकता है. हालांकि उपग्रह का अभी परीक्षण चल रहा है और अगर परिणाम अच्छे रहे तो लॉन्च 10 अगस्त या उस तारीख के आसपास होगा. 


'चंद्रयान 1 मिशन था सुपरहिट '
‘चंद्रयान-1’ मिशन पर इसरो प्रमुख ने कहा कि यह एक ‘‘सुपरहिट मिशन’’ था, जिसके अच्छे नतीजे आए और यह लंबे समय तक अस्तित्व में रहा. इसमें चंद्रमा पर पानी की खोज भी शामिल थी. ‘चंद्रयान-2’ ने ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ को छोड़कर कई वैज्ञानिक जानकारियां जुटाईं और पानी की मौजूदगी की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि ‘चंद्रयान-3’ भी सफल  होगा. इस बीच, चेंगलम्मा मंदिर के कार्यकारी अधिकारी श्रीनिवास रेड्डी ने पीटीआई से कहा कि रॉकेट लॉन्च से पहले इसरो अधिकारियों का इस मंदिर में आना एक परंपरा बन गया है. रेड्डी ने कहा, 'हर रॉकेट लॉन्च की  काउंटडाउन शुरू होने से पहले, वे चेंगलम्मा मंदिर में पूजा करते हैं और फिर अपना लॉन्च करने का प्रोग्राम शुरू करते है.'


इसके अलावा, इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम ने लूनर एक्सप्लोरेशन मिशन की शुरुआत से पहले 13 जुलाई सुबह पास के तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का दौरा किया. इसरो टीम में तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल थे.  13 जुलाई सुबह उनके मंदिर पहुंचने की तस्वीरें वायरल हो गईं.  तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के एक अधिकारी ने उनके मंदिर पहुंचने की पुष्टि की.  टीटीडी के एक अधिकारी ने  कहा, ''हां, इसरो की एक टीम ने तिरुमाला का दौरा किया लेकिन हमारी प्रचार शाखा ने उनके दौरे को कवर नहीं किया.'' अधिकारी ने कहा कि इसरो अधिकारी आम तौर पर मंदिर आने का प्रचार नहीं करते. 


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