इंडोनेशिया द्वारा अपने देश से हो रहे कच्चे पाम तेल के निर्यात पर रोक लगाने के फैसले पर अमल शुरू हो गया है. भारत में भी इसके असर को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं. जब से इस फैसले का ऐलान हुआ है तब से ही दिल्ली की थोक मंडियों में खाद्य तेलों के दाम बढ़ने लगे हैं. पिछले चार दिनों में ही तेल के दाम में औसतन आठ रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज़ की गई है. 


हालांकि दिल्ली के थोक व्यापारी इस बढ़ोत्तरी के असर को स्थायी नहीं मान रहे हैं. एबीपी न्यूज़ ने दिल्ली में ऐसी ही एक थोक मंडी के व्यापारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि इस घोषणा के बाद खाद्य तेल खासकर पाम तेल के दाम तो बढ़े ज़रूर हैं लेकिन ये बढ़ोत्तरी थोड़े दिनों के लिए ही रहने की संभावना है. उन्होंने बताया कि इंडोनेशिया से कच्चा खाद्य तेल की आवक बंद होने से फिलहाल ज़्यादा दिक्कत इसलिए महसूस हो रही है क्योंकि यूक्रेन संकट के चलते वहां से भारत आने वाले सूरजमुखी तेल की आवक लगभग न के बराबर है जिसके चलते दूसरे खाद्य तेलों पर दबाव काफी बढ़ गया है. 


खाद्य तेलों के दाम नीचे आ जाएंगे- थोक व्यापारी 


दिल्ली के नया बाजार स्थित थोक व्यापारी रविन्द्र गुलाटी ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि दाम तो बढ़े हैं लेकिन अच्छी बात ये है कि ये दाम अब अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच रहा है. यहां से अब दाम धीरे-धीरे नीचे आने लगेगा. उनके मुताबिक इसकी एक बड़ी वजह ये भी है कि लोग अब धीरे-धीरे पाम तेल का विकल्प भी खोज रहे हैं. गुलाटी का आकलन है कि अगले 3 महीने में भारत में सभी प्रमुख खाद्य तेलों के दाम काफी नीचे आ चुके होंगे. उनका ये भी मानना है कि इंडोनेशिया निर्यात पर लगा प्रतिबन्ध ज़्यादा दिन जारी नहीं रखा सकता. 


इसी तरह बाज़ार में ही मौजूद खाद्य तेल बनाने वाली ग्लोबल कंपनी कारगिल इंडिया के एरिया सेल्स मैनेजर राहुल शर्मा ने बताया कि इंडोनेशिया के ऐलान के बाद पाम तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. उनके मुताबिक पिछले एक हफ़्ते में पाम तेल की थोक कीमत प्रति 15 लीटर 2400 से बढ़कर करीब 2700 रुपए पहुंच गई है. शर्मा ने बताया कि मई और जून महीने में गर्मी बढ़ने और शादी ब्याह का सीजन ख्तम होने के बाद तेल की मांग कम होती जाएगी जिससे उसका दाम काफी नीचे आ जाएगा. 


खाद्य तेलों की खपत में 40 फीसदी पाम तेल का


दुनिया में कुल खाद्य तेलों की खपत में पाम तेल का हिस्‍सा 40 फीसदी है जबकि इंडोनेशिया दुनिया भर में इस्तेमाल होने वाले पाम तेल का करीब 680 फीसदी निर्यात करता है. वहीं भारत दुनिया का सबसे बड़ा पाम ऑयल आयातक देश है. आंकड़ों के मुताबिक भारत अपनी खपत का करीब आधा पाम तेल इं‍डोनेशिया से खरीदता है. भारत की मासिक पाम तेल खपत 7 लाख टन है. इस साल मार्च में भारत ने इंडो‍नेशिया से 2.07 लाख टन पाम तेल आयात किया था जबकि भारत का कुल पाम तेल आयात मार्च में क़रीब 5.40 टन रहा था.


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