Indian Navy: महिलाओं ने फिर दिखाया दम! अरब सागर पर निगरानी मिशन पूरा कर रचा इतिहास
Indian Navy News: इस ऐतिहासिक उड़ान के लिए महिला अधिकारियों को महीनों की ग्राउंड ट्रेनिंग और व्यापक मिशन ब्रीफिंग से गुजरना पड़ा.
Indian Navy: समुद्री-सीमाओं की सुरक्षा में नौसेना की महिला पायलट्स ने इतिहास रच दिया है. भारतीय नौसेना (Indian Navy) की दो पायलट समेत पांच महिला ऑफिसर्स ने डोरनियर एयरक्राफ्ट से अरब सागर (Arab Sagar) की निगरानी का एक मिशन पूरा किया है. खास बात ये है कि इस दौरान उड़ान में कोई पुरूष साथी मौजूद नहीं था.
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, गुजरात के पोरबंदर स्थित आईएनएस 314 नेवल स्कावड्रन से जिन पांच महिला अधिकारियों ने उत्तरी अरब सागर में मेरीटाइम रिनोकोसेंस एंड सर्विलांस मिशन पूरा किया उसमें दो पायलट लेफ्टिनेंट शिवांगी और लेफ्टिनेंट अपूर्वा गीते शामिल थीं.
इन महिला ऑफिसर्स ने रचा इतिहास
इस उड़ान की मिशन कमांडर, लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा थी. इस मिशन की टेक्टिकल एंड सेंसर ऑफिसर थीं, लेफ्टिनेंट पूजा पांडे और सब-लेफ्टिनेंट पूजा शेखावत थीं. इस मिशन के साथ ही भारतीय नौसेना की इन महिला ऑफिसर्स ने सभी बैरियर्स को तोड़ते हुए इतिहास रच दिया.
नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, इस ऐतिहासिक उड़ान के लिए पांचों महिला अधिकारियों ने महीनों की ग्राउंड ट्रेनिंग और ब्रीफिंग ली थी. आईएएनएस 314 भारतीय नौसेना का फ्रंटलाइन नेवल एयर स्कावड्रन है जहां से डोरनियर 228 मेरीटाइम रिनोकोसेंस एयरक्राफ्ट ओपरेट किए जाते हैं और अरब सागर की निगहबानी करते हैं. इस समय स्कावड्रन की कमान, कमांडर एस के गोयल के हाथों में है.
क्या बोली नौसेना?
नौसेना के मुताबिक, इस तरह की अपने तरह की मिलिट्री फ्लाइंग से मिलिट्री-एविएशन में महिलाओं के लिए ज्यादा जिम्मेदारी और चुनौतीपूर्ण भूमिका मिलने की प्रेरणा मिलेगी. सही मायने में ये उड़ान नारी-शक्ति की भावना को पूरा करती है.
आपको बता दें कि भारतीय नौसेना सशस्त्र सेनाओं को महिलाओं के लिए अनुकूल परिवर्तन लाने में अग्रणीय है. नौसेना में महिलाओ को पायलट, हेलीकॉप्टर विंग में वूमेन एयर ऑपरेशन्स ऑफिसर और पृथ्वी का चक्कर काटने के लिए ऑल-वूमेन सेलिंग टीम शामिल है.
अग्निपथ योजना कैसे दे रही है महिलाओं को नौसेनिक बनने का मौका?
इसके अलावा अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) में महिलाओं को नौसैनिक (Indian Navy) बनने का मौका भी दिया जाएगा. अभी तक नौसेना में महिलाएं सिर्फ अधिकारी-वर्ग में ही चुनी जा सकती हैं. अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) के रजिस्ट्रेशन में अग्निवीर (Agniveer) बनने के लिए महिलाओं के लिए 80 हजार से ज्यादा आवेदन आए हैं. नौसेना में अग्निवीर के पहले बैच में 3000 रिक्तियां हैं जिसमें से 20 प्रतिशत महिलाओ के लिए आरक्षित है.
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