अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान, भारत में असंगठित मजदूरों के दम पर जलते हैं करोड़ों घरों के चूल्हे

असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के पास रोजगार अनुबंध या कानूनी सुरक्षा नहीं होती. उनके काम करने का समय या वेतन भी नियमित नहीं होता है न ही उन्हें नौकरी की सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता है. 

हाल ही में असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूरों की एक रिपोर्ट सामने आई है. लोकसभा में जारी इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत के कुल कार्यबल का 90 प्रतिशत मजदूर असंगठित कामगार हैं, यानी भारत का 90

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