Swachhta Hi Sewa : भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में तेजी लाने के लिए 'स्वच्छता ही सेवा' (SHS) कैंपेन को आज से शुरू किया गया है. इसकी जानकारी भारत के जल और स्वच्छता विभाग के द्वारा शुक्रवार को एक नोटिफिकेशन जारी करके दी गई है.


जल शक्ति मंत्रालय ने क्या कहा


जल शक्ति मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि इसे वार्षिक चलाए जाने वाले स्वच्छता मिशन के अंदर ही लाया गया है. इस कैंपेन के माध्यम से राज्य सरकारों से अनुरोध भी किया गया है कि वे अपने राज्य ऐसी गतिविधियों का आयोजन जरूर  करें जिसमें भारी मात्रा में लोग शामिल हो सके और इस कैंपेन के साथ जुड़ सके.
 
स्वच्छ भारत अभियान क्या है 


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने लिए 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया था. प्रधानमंत्री मोदी के अपील के बाद इस अभियान से भारत के कई नामचीन हस्तियां भी जुड़ी थी. इस अभियान का उद्देश्य अगले पांच वर्ष में स्वच्छ भारत का लक्ष्य प्राप्त करना रखा गया है.


इस कैंपेन में क्या होगा खास


'स्वच्छता ही सेवा' कैंपेन के तहत, सरकार खुले में शौच मुक्त  (ODF) के अलावे गांवों की ओर एक 'जन आंदोलन' आयोजित करेगी, एक 'संपूर्ण स्वच्छ' गांव के महत्व को जनता के बीच  प्रचार प्रसार भी  करेगी, 'सबका व्यवसाय के रूप में स्वच्छता' की अवधारणा को सुदृढ़ करेगी और स्वच्छ भारत दिवस गांधी जयंती  2 अक्टूबर के अवसर पर  मनाया जाएगा . इस कैंपेन का समापन भी उसी दिन होगा.


8 वर्षों में कहां पहुंचा यह अभियान


पिछले आठ वर्षों में “स्वच्छ भारत अभियान” ने देश के कोने-कोने तक अपनी पहुंच बनाई है. आज इस अभियान की बदौलत लाखों लोगों का जीवन जीने का अंदाज  बदल गया है. इस अभियान के चलते  70 लाख से अधिक घरों, सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण हुआ है. जिसके चलते शहरी भारत में स्वच्छता के क्षेत्र में एक क्रांति आ गई है. इस अभियान में सबसे ज्यादा महिलाओं, ट्रांसजेंडर समुदायों और दिव्यांगों की जरूरतों को प्राथमिकता दी है.



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