Asaduddin Owaisi: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने शुक्रवार की नमाज के बाद आज 'राष्ट्रीय एकता दिवस' रैली का आयोजन किया. इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बीजेपी (BJP) को निशाने पर लिया. 


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जिन्होंने हैदराबाद की आजादी में पसीना भी नहीं बहाया वो इसे 'लिब्रेशन डे' (Liberation Day) माना रहे हैं और हम इसे 'इंटीग्रेशन डे' (Integration Day) माना रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि निजाम की हुकूमत में चंद मुट्ठी भर ज़मींदार थे और वो लोकतांत्रिक हुकूमत नहीं थी. लिबरेशन डे बोलने वालों को मैं झूठा बोलता हूं.


'गोडसे के पुजारी याद रखो...'


उन्होंने कहा कि राजगोपाला छड़ी तत्कालीन गवर्नर जनरल ने नेशनल थैंक्सगिविंग डे मनाने की बात की थी. ओवैसी ने कहा कि गोडसे के पुजारी याद रखो जब हैदराबाद भारत का हिस्सा बना तो सब खुश हुए थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी से हमें सर्टिफ़िकेट की ज़रूरत नहीं है.


'हमारा कासिम रिजवी से कोई ताल्लुक नहीं है'


ओवैसी ने कहा कि ये एमआईएम कासिम रिजवी की नहीं है. हमारा कासिम रिजवी से कोई ताल्लुक नहीं है. जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, "जो रज़्ज़ाकर थे पाकिस्तान भाग गए और जो वफ़ादार हैं वो ये हैं और बीजेपी से लड़ रहे हैं.


'बीजेपी लोगों का दिल तोड़ना चाहती है'


ओवैसी ने कहा कि बीजेपी को मुगलों से नफरत है पर मोदी लाल किले पर झंडा फहराते हैं. एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि बीजेपी लोगों का दिल तोड़ना चाहती है. ओवैसी ने कहा, "हैदराबाद के निजाम ने बनारस के मदन मोहन मालवीय को 35 हजार रुपये दिए थे और बाद में 1 लाख रुपये दिए थे. निजाम ने सरोजनी नायडु को पढ़ने के लिए पैसे दिए थे."


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