पणजी: गोवा की सरकार ने इस बात से इनकार किया कि जीएमसीएच में ऑक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों की मौत हुई. सरकार ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी और मौत दोनों को आपस में नहीं जोड़ा जा सकता. इसके साथ ही राज्य के सीएम प्रमोद सावंत ने एलान किया कि गोवा के सभी प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का इलाज मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा.


गोवा सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों का इलाज कर रहे सभी 21 निजी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती का अधिकार 17 मई से अपने हाथों में लेने का फैसला किया है. सरकार ने यह कदम विभिन्न नियमों के उल्लंघन के मद्देनजर उठाया है. मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत ने कहा कि इस कदम से गोवा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) जैसे अस्पतालों पर बोझ कम होगा.


गौरतलब है कि बीते चार दिनों में जीएमसीएच में इलाज करा रहे 75 संक्रमितों की मौत हुई जिसने प्रशासन के लिए चेतावनी की घंटी बजा दी है. राज्य सरकार के फैसले की वजह बताते हुए सावंत ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल उनके यहां उपलब्ध कुल बिस्तरों में से 50 प्रतिशत बिस्तर कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित नहीं कर रहे थे.


मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे सामने कई घटनाएं आई जब निजी अस्पतालों ने डीडीएसएसवाई योजना (राज्य सरकार की चिकित्सा बीमा योजना) के तहत कोविड-19 मरीजों को इलाज नहीं मुहैया कराया.’’ उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं सामने आई जिनमें प्राइवेट अस्पतालों को मरीजों से अधिक फीस वसूलते पाया गया. उन्होंने कहा कि सरकार केवल इन अस्पतालों से मरीजों की भर्ती का अधिकार लेगी जबकि उनका प्रबंधन उनके पास ही रहेगा.


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