नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस और वामदलों को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग चुनाव हार गए हैं वे किसी भी माध्यम से देश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.


उन्होंने लाल किला पर अलग झंडा फहराए जाने की भी निंदा की. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत लाल किले पर अपने झंडे का अपमान सहन नहीं करेगा. जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस किसानों के प्रदर्शन में हिंसा की जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है,क्योंकि वह पंजाब में सत्ता में है.


उन्होंने कहा, ''जिन्होंने भी 26 जनवरी को किसानों को उकसाया उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. कल जिस तरह से लाल किले पर तिरंगे का अपमान हुआ उसे भारत बर्दाश्त नहीं करेगा. राहुल गांधी किसानों का समर्थन नहीं कर रहे थे वे उकसा रहे थे.''


जावड़ेकर ने कहा, ''सरकार ने किसानों के साथ कृषि क़ानूनों पर कई दौर की वार्ता की. कृषि क़ानूनों से किसान का कौन सा अधिकार कम हुआ है. इन क़ानूनों के द्वारा किसानों को अवसर देने का प्रयास है. कांग्रेस भी समझती है पर सरकार और किसानों के बीच समझौता नहीं होने देना चाहती है.''


दिल्ली पुलिस के मुताबिक, गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में 394 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस ने 25 से अधिक एफआईआर दर्ज की है. 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है.


एफआईआर में दिल्ली पुलिस ने योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत, दर्शन पाल सिंह और मेधा माटकर समेत 37 किसान नेताओं का नाम है. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में किसान नेता भी संलिप्त थे. किसान नेताओं से भी पूछताछ की जाएगी.


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