मोदी राज में पंजाब और हरियाणा कैसे बन गया किसान आंदोलन का सेंटर?

भारत में गेहूं और धान की बिक्री करने वाले 90.2 मिलियन (9 करोड़ 2 लाख) किसान हैं, लेकिन उनमें से केवल 5 प्रतिशत किसानों ने ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार को अपनी उपज बेची.  

किसानों ने अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर 13 फरवरी से आंदोलन करने का ऐलान किया था. इसी दिन पंजाब हरियाणा के लाखों किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच गए. इस आंदोलन को 'दिल्ली चलो' का नाम दिया गया है और आज

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