बढ़ती अर्थव्यवस्था का फायदा मजदूरों को नहीं, महंगाई की तुलना में दिहाड़ी 'ऊंट के मुंह में जीरा'

देश की अर्थव्यवस्था में लगातार वृद्धि के बाद भी दिहाड़ी मजदूरों, जिनमें खेतिहर मजदूर भी शामिल हैं की आय में गिरावट दर्ज की गई है.

पिछले पांच सालों (2019-2024) में भारत की अर्थव्यवस्था ने कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर पार किए हैं. औसतन 4.6% की वृद्धि दर के साथ, देश ने आर्थिक विकास के नए आयाम छुए हैं. कृषि क्षेत्र में भी सकारात्मक वृद्धि

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