जमशेदपुर: विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प, पुलिस की सर्तकता से नहीं फैली हिंसा
दरअसल यहां सरस्वती पूजा के बाद मूर्ती विसर्जन के दौरान दो समुदायों में झड़प हो गई जिसके बाद दोनों ही तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई. इस दौरान कई लोग घायल हो गए.
जमशेदपुर: इधर यूपी के कासगंज में हिंसा हुई तो उधर झारखंड का जमशेदपुर जलने से बच गया. जमशेदपुर के जुगसलाई में सरस्वती पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायो में हिंसक झड़प हो गई. बताया जा रहा है कि पुलिस मुस्तैद की वजह से कासगंज की तर्ज पर जमशेदपुर जलने से बच गया.
बावजूद इसके हिंसा के दौरान पुलिस की गाड़ी को तोड़ दी गई है, पत्थरबाजी हुई है और जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद पूरा इलाका पुलिस की सायरन से गूंज उठा है. दरअसल यहां सरस्वती पूजा के बाद मूर्ती विसर्जन के दौरान दो समुदायों में झड़प हो गई जिसके बाद दोनों ही तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई. इस दौरान कई लोग घायल हो गए. विवाद ज्यादा बढ़ता उससे पहले ही पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है.
पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी कर दी है
आपको बता दें कि पुलिस ने बवाल कर रहे लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पत्थरबाजी कर रहे लोगों को भी पुलिस ने वहां से भगा दिया और पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया. पुलिस ने हंगामे के बाद जुगसलाई इलाके की सभी दुकानें बंद करा दी और लोगों को घरों में रहने के लिए कहा.
जमशेदपुर के एसपी अनूप टी मैथ्यू ने एक बयान में कहा, "सांप्रदायिक तनाव ना फैले इसके लिए जमशेदपुर के इस इलाके में दंगा निरोधी दस्ते और आरएएफ के जवानों ने मार्च किया. पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी कर दी है, सांप्रदायिक तनाव के हालात पर फिलहाल पूरी तरह से नियंत्रण है."