K Kavitha News: भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता कविता कल्वाकुंतला ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट में ‘समावेशी विकास की खोज: तेलंगाना मॉडल’ शीर्षक वाले एक व्याख्यान में हिस्सा लिया. उन्हें इस व्याख्यान में संबोधन देने के लिए आमंत्रण दिया गया था. के कविता ने यहां पर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत तेलंगाना में हुए बदलाव पर प्रकाश डाला. के कविता बीआरएस की विधान पार्षद यानी एमएलसी भी हैं. 


कविता ने इस बात को रेखांकित किया कि तेलंगाना मॉडल संतुलित विकास का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि ये मॉडल कल्याणकारी संवर्धन के साथ बुनियादी ढांचे में हो रही प्रगति को जोड़ने का काम करता है. उन्होंने कहा, 'हमारी मातृभूमि भारत का उत्थान हो रहा है. मुझे इस बात पर यकीन है कि केसीआर के नेतृत्व में हम अपने सभी नागरिकों के लिए सबसे समृद्ध भविष्य का निर्माण करेंगे.' उन्होंने मुख्यमंत्री केसीआर को तेलंगाना का वास्तुकार बताया है. 


तेलंगाना मॉडल के मूल मंत्र की दी जानकारी


एमएलसी कविता ने बताया कि किस तरह कभी संकट से घिरे रहने वाला तेलंगाना आज समतामूलक विकास और इनोवेशन के प्रतीक वाले राज्य के रूप में उभर रहा है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना मॉडल का मूल मंत्र प्राकृतिक संसाधनों के इस्तेमाल, फ्री एंटरप्राइज की संस्कृति को बढ़ावा देने, धन के समान वितरण को सुनिश्चित करने, आर्थिक व्यावहारिकता और सहानुभूतिपूर्ण शासन को बरकरार रखने पर केंद्रित है. 


इंफ्रास्ट्रक्चर पर हुए काम को रखा सामने


ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के संबोधन में बीआरएस एमएलसी ने उन महत्वपूर्ण परियोजनाओं और नीतिगत पहलों की जानकारी दी, जिनके जरिए तेलंगाना विकास के रास्ते पर चल पा रहा है. इन परियोजनाओं में कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना (इसे 3.5 साल में पूरा किया गया), मिशन भागीरथ और बिजली क्षेत्र में उल्लेखनीय निवेश शामिल हैं. इन्हें तेलंगाना में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए राज्य की प्रतिबद्धता का सबसे बेहतरीन उदाहरण कहा जा सकता है. 


कृषि क्षेत्र को फिर से पुनर्जीवित करना उनके व्याख्यान का प्रमुख हिस्सा रहा. कविता ने बताया, '2014-15 में नकारात्मक विकास दर से लगातार ऊपर की ओर बढ़ने तक, 2022-23 में कृषि क्षेत्र में 15.7% का इजाफा हुआ है.' उन्होंने ये भी बताया कि किस तरह से सरकार किसानों को हर काम के लिए मदद कर रही है. 


लोगों के लिए लाई गईं कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि सरकार ने रायथु बंधु, रायथु बीमा और दलित बंधु जैसी योजनाएं चलाई हैं. इन योजनाओं की वजह से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है. इसने सभी सामाजिक वर्गों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने की दिशा में काम किया है, जो सरकार के संकल्प को दिखाता है. 


कृषि सेक्टर और आय के समान वितरण को लेकर की बात


अपने व्याख्यान में कविता ने कृषि सेक्टर के पुनरुद्धार के लिए तेलंगाना सरकार के दृष्टिकोण, टीएस-आईपास जैसी पहलों के माध्यम से औद्योगिक सुविधा और इनोवेशन पर मजबूत फोकस को लेकर बात की. उन्होंने बताया कि किस तरह इनकी वजह से तेलंगाना का आर्थिक सूचकांकों में बढ़ोतरी हुई है. कविता ने तेलंगाना में कृषि सेक्टर में हुए सुधार के बारे में बताया. उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि किस तरह धान उत्पादन में इजाफा हुआ है और किसानों के लिए सहायक ढांचा तैयार किया गया है. 


के कविता ने राज्य में एक समान धन वितरण और सामाजिक कल्याण के प्रति राज्य के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया, 'समान आय वितरण के मामले में तेलंगाना सभी राज्यों में पहले स्थान पर है. हमारा गिनी गुणांक नॉर्डिक देशों के बराबर 0.10 पर है.' उन्होंने कहा कि ये आर्थिक असमानताओं को कम करने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दिखाता है. 


तेलंगाना मॉडल के एग्जामिनेशन का दिया न्योता


बीआरएस नेता ने ऑक्सफोर्ड में एकेडमिक कम्युनिटी को तेलंगाना मॉडल की एक कोलेबरेटिव एग्जामिनेशन के लिए निमंत्रण दिया. इसे व्यावहारिक संवाद और आपसी सीख को बढ़ावा देने का जरिया कहा गया. इस सेशन में परिवर्तनकारी शासन के ब्लूप्रिंट के तौर पर तेलंगाना मॉडल के प्रति वैश्विक संज्ञान लेने की बातें हुईं. कविता ने इस सेशन में तेलंगाना की यात्रा के सार को बताया. 


कविता ने बताया कि किस तरह राज्य में समान विकास, इनोवेशन और बेहतरीन शासन ने एक अच्छा समाज बनाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि हमने गरीबी के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है और इन सबके साथ हम बस अभी शुरुआत ही कर रहे हैं. 


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